आगरा के बाह में अवैध न्यू लाइट हॉस्पीटल में झोलाछाप के इंजेक्शन से प्रसूता की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की नींद टूटी। हरलालपुरा और भदरौली में झोलाछाप की दो दुकानों को सील कर दिया। ये मरीजों को वायरल बुखार, निमोनिया और सांस रोग का इलाज कर रहे थे।
सीएचसी अधीक्षक डॉ. जितेंद्र वर्मा ने बताया कि प्रसूता की मौत के बाद हरलालपुरा और भदरौली में बंगाली क्लीनिक पर छापा मारा। ये अवैध रूप से संचालित हो रही थीं। झोलाछाप के यहां मरीजों की भीड़ लगी हुई थी। यहां बुखार-खांसी, सांस, अस्थमा समेत अन्य मर्ज के मरीज थे। झोलाछाप की दुकान सील कर दी हैं। इनके पास चिकित्सकीय रिकार्ड नहीं थे और नहीं पंजीकरण पाए गए।
दुकान में मेडिकल वेस्ट भरा हुआ था। इसमें सबसे ज्यादा इंजेक्शन, इनको नोटिस भी दिया है। तीन दिन में चिकित्सकीय डिग्री और क्लीनिक का लाइसेंस नहीं दिखाने पर इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इससे पहले भी इनके यहां निरीक्षण किया था, लेकिन इन्होंने रिकार्ड उपलब्ध नहीं कराए थे। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव का कहना है कि सभी सीएचसी प्रभारियों को अपने ब्लॉक में झोलाछाप और अवैध अस्पताल चिह्नित कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। अगर कोई संचालित पाया जाता है तो सीएचसी प्रभारी पर कार्रवाई होगी।
