लखनऊ के गाजीपुर के बस्तौली गांव में 16 दिसंबर को बच्ची को गोली लगने का रहस्य दिन पर दिन गहराता जा रहा है। हैरत की बात तो यह कि पुलिस अभी तक पता नहीं लगा सकी है कि गोली कहां से और किसने चलाई। बच्ची की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।
बस्तौली गांव निवासी टेलर रमेश की तीन वर्षीय बेटी लक्ष्मी के सिर में संदिग्ध हालात में गोली लग गई थी। घरवालों ने बच्ची को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया था। वहां डॉक्टरों ने उसके सिर से गोली निकालकर उसकी जान बचा ली थी। इंस्पेक्टर गाजीपुर राजेश कुमार मौर्या ने बताया कि पुलिस की तीन टीमें लगातार इस दिशा में काम कर रही हैं।
रमेश जहां रहते हैं, वहां काफी आबादी है। ऐसे में यह पता लगाने में थोड़ा समय लग रहा है कि फायरिंग किसने की है। अभी तक करीब दो सौ सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी जा चुकी है। उनमें कुछ संदिग्ध नहीं दिखा है।
घटना और रिपोर्ट दर्ज करने के बीच का समय बन रहा बाधा
इंस्पेक्टर ने बताया कि बच्ची को गोली 16 दिसंबर को लगी थी। गोली की जानकारी होने पर पिता ने 19 दिसंबर को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस बीच करीब ढाई दिन का समय बीत गया। ऐसे में आशंका है घटना के दिन या उससे पहले रमेश के पड़ोसी के घर कोई आया हो। उसके फायरिंग करने पर गोली बच्ची को लग गई। मामले की जानकारी होने पर अज्ञात युवक कहीं चला गया हो। फिलहाल सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा।
