बरेली के कैंट थाना क्षेत्र की दो मीट फैक्टरियों के जम्मू कश्मीर निवासी 27 सुरक्षा गार्डों की तैनाती को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। प्रारंभिक जांच में सिक्योरिटी कंपनी का पंजीकरण और सत्यापन पूर्व में होने की बात सामने आई है। हालांकि बरेली पुलिस ने जम्मू कश्मीर पुलिस को पत्र भेजकर इनका भौतिक सत्यापन कराने की जरूरत बताई है। जांच में कुछ भी गलत मिला तो फैक्टरी प्रबंधन पर कार्रवाई तय है।
दिल्ली में लालकिला के बाहर कार में धमाके की आतंकी घटना में डॉक्टरों का मॉड्यूल मिला है। इसके बाद जम्मू कश्मीर के निवासियों की तैनाती को लेकर संशय है और सवाल उठने लगे हैं। ऐसे में बरेली को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि यहां की मारिया फ्रोजन मीट कंपनी में 17 सुरक्षा गार्ड और उसके पड़ोस की रहबर मीट कंपनी में 10 सुरक्षा गार्ड जम्मू कश्मीर के हैं।
करीब साल भर से ये गार्ड दोनों मीट कंपनी में सुरक्षा देख रहे हैं। साथ ही शहर के विभिन्न हिस्सों में किराये पर रहते हैं। मामले में चर्चा थी कि कंपनी बिना पंजीकरण व सत्यापन के ही गार्डों को तैनात कर काम कर रही है। बुधवार को पुलिस, एलआईयू समेत सुरक्षा एजेंसियों ने इस मामले में जांच पड़ताल की।
