बरेली में सपा नेता सरफराज वली खान और राशिद खान के बरातघरों पर दूसरे दिन भी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हो रही है। बीडीए (बरेली विकास प्राधिकरण) ने बुधवार सुबह फिर से कार्रवाई शुरू कर दी। सुबह 11:33 बजे से दोनों बुलडोजर बरातघरों को ध्वस्त करने में जुट गए हैं। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई मजिस्ट्रेट रामजन्म यादव, बीडीए के संयुक्त सचिव दीपक कुमार और सीओ सिटी तृतीय पंकज कुमार के नेतृत्व में चल रही है। मौके पर भारी पुलिस बल भी मौजूद है। सरफराज वली खान प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खां और आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा के करीबी बताए जाते हैं।

2 of 6
दूसरे दिन भी चल रहे बुलडोजर
– फोटो : संवाद
पहले दिन मंगलवार को हुई कार्रवाई के दौरान सरफराज और राशिद के परिवार की महिलाओं ने काफी विरोध जताया था। इसमें पप्पू और आसिफ के बेटे पुलिस से बार-बार यही कह रहे थे कि आजम खां और मौलाना तौकीर रजा से उनके परिवार का दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है। इसके बाद भी उनके परिवार को इन लोगों से जोड़कर उनके बरातघर और उसके ऊपर बने घर को बीडीए बुलडोजर लगाकर तोड़ रहा है। हालांकि दूसरे दिन की कार्रवाई शुरू होने से पहले अब तक संबंधित परिवार वालों का कोई विरोध नहीं देखने को मिला।

3 of 6
पहले दिन महिलाओं ने किया था विरोध
– फोटो : अमर उजाला
पुलिस ने परिवारजन को चेताया कहा, हरकत की तो ठीक नहीं होगा
पुलिस ने पहले दिन की कार्रवाई की अपेक्षा दूसरे दिन काफी सावधानी बरतते हुए सरफराज वली खान के बारात घर के ठीक सामने अच्छे मियां के घर की छत पर महिला पुलिस बल को तैनात कर दिया है। घर के गेट पर भारी संख्या में खड़े परिवार वाले और रिश्तेदारों को घर के अंदर रहने की हिदायत दी है। साथ ही सीओ सिटी तृतीय ने परिवार वालों को चेताया भी है कि किसी तरीके की हरकत की तो ठीक नहीं होगा। 11:40 बजे एटीएम सिटी सौरभ दुबे और एसपी सिटी मानुष पारीक मौके पर पहुंचे।

4 of 6
बरातघर पर चला बुलडोजर
– फोटो : अमर उजाला
14 साल पहले जारी हुआ था नोटिस
14 साल पहले सूफी टोला स्थित बरात घर ऐवान-ए-फरहत और गुड मैरिज हॉल के ध्वस्तीकरण के आदेश को अमल में लाते हुए मंगलवार को ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की। बीडीए ने इस कार्रवाई के जरिये सख्त कार्रवाई का संदेश दिया है। बता दें कि ध्वस्त करने का आदेश 12 अक्तूबर 2011 को जारी हुआ था। आदेश के 14 साल एक माह 12 दिन बाद 24 नवंबर 2025 को बीडीए सचिव वंदिता श्रीवास्तव ने सरफराज वली खान और राशिद खां व उसके भाइयों नसीम व आसिफ को संबंधित भवन स्थलों को खाली करने का नोटिस जारी किया। इसके बाद मंगलवार को ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू हुई थी।

5 of 6
बरेली में गरजा बीडीए का बुलडोजर
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
आजम खां जब उत्तर प्रदेश हज समिति के अध्यक्ष थे तो सरफराज सदस्य थे। सरफराज के सियासी रसूख का जायजा इसी से लगाया जा सकता है कि बारादरी थाने में दर्ज बिजली चोरी और मारपीट व जान से मारने की धमकी देने के दो मुकदमे तत्कालीन सपा सरकार ने वर्ष 2014 में वापस ले लिए थे। सरफराज के चलते ही उनके पड़ोसी राशिद खां का अवैध निर्माण भी कार्रवाई की जद में आने से बचता रहा। वर्ष 2017 में प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ और भाजपा की सरकार बनी तब भी सरफराज और राशिद खां के अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण का आदेश फाइलों में ही दबा रहा।
