एसटीएफ ने शुक्रवार को बोगस फर्में बनाकर 500 करोड़ की कर चोरी करने वाले गिरोह का राजफाश कर आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। लखनऊ के पते पर छह फर्में बनाकर करोड़ों रुपये का हेरफेर किया। आगरा मे 137 करोड़ की कर चोरी के मामले में जीएसटी विभाग ने केस दर्ज कराया था। केस की तफ्तीश में इन आरोपियों से कनेक्शन सामने आया।
एसटीएफ के डीएसपी प्रमेश कुमार शुक्ला ने बताया कि मेरठ के दिलशाद मलिक, मोहम्मद वसीम, मोहम्मद सोहेल, जावेद मलिक, इकरामुद्दीन, दिल्ली(मूलनिवासी देवरिया) के रमेश पटेल, नोएडा के अंकुर तिवारी (मूलनिवासी अंबेडकरनगर) और गाजियाबाद (मूलनिवासी अंबेडकरनगर) के स्वतंत्र कुमार तिवारी को गिरफ्तार किया गया है।
डीएसपी के मुताबिक, आरोपियों ने तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, झारखंड, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, बिहारऔर असम में भी फर्जी फर्म बनाकर करोड़ों का हेरफेर किया है। गिरोह में और भी लोग शामिल हैं, उनकी तलाश की जा रही है।
लखनऊ में इन फर्मों का कराया गया रजिस्ट्रेशन
गिरोह ने लखनऊ में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जिन बोगस फर्मों का रजिस्ट्रेशन कराया गया उनमें हर्ष ट्रेडर्स, इंदर इंटरप्राइजेज, आरके इंटरप्राइजेज, राहुल इंटरप्राइजेज, मार्शल इंपैक्स व कुमार ट्रेडर्स शामिल है। इन फर्मों के जरिये सर्कुलर ट्रेडिंग करते हुए खुद की और अन्य वास्तविक फर्मों को लाभ पहुंचाया गया और करोड़ों की जीएसटी चोरी की गई।
गिरफ्तार किए गए आरोपी
- दिलशाद मलिक, मेरठ
- रमेश पटेल, अशोक नगर दिल्ली (मूलनिवासी देवरिया)
- अंकुर तिवारी, नोएडा (मूलनिवासी अंबेडकरनगर)
- स्वतंत्र कुमार तिवारी, गाजियाबाद (मूलनिवासी अंबेडकरनगर)
- मोहम्मद वसीम, मेरठ
- मोहम्मद सोहेल, मेरठ
- जावेद मलिक, मेरठ
- इकरामुद्दीन, मेरठ
