202 बच्चे जाहिदपुर स्कूल में पढ़ते हैं
कंपोजिट विद्यालय जाहिदपुर सीकमपुर की अध्यापिका स्वाति ने बताया कि उनके शिक्षण संस्थान में 202 बच्चे हैं। पठन पाठन के लिए सात अध्यापक तैनात हैं। साथी अध्यापक के निधन की सूचना मिलने पर सभी अध्यापक पोस्टमार्टम हाउस पर चले आए ताकि साथ काम करने वाले सर्वेश सिंह के अंतिम दर्शन कर सके। प्रधानाध्यापक ही सिर्फ स्कूल में रह गए हैं। इस घटना की जानकारी मिलने पर अध्यापकों के साथ बच्चों का मन भी व्यथित है।
जान देने से पहले वीडियो में फूट-फूट कर रोए बीएलओ
फंदे पर लटक कर जान देने से पहले का बताकर बीएलओ सर्वेश सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है जिसमें वह रोते हुए एसआईआर से हो रही परेशानी को बयां कर रहे हैं। दो मिनट 40 सेकेंड के वीडियो में वह बोलते नजर आ रहे हैं मेरी मम्मी मेरे बाद मेरे बच्चों का ख्याल रखना। मुझसे नहीं हो पा रहा है। मेरी पत्नी बबली मुझे माफ कर देना। मैं तुम्हारी दुनिया से दूर जा रहा हूं। मेरी दीदी मेरे बच्चों का ख्याल रखना। फिर से बीएलओ फूट फूट कर रोने लगते हैं। बताया जा रहा है कि यह वीडियो उनके मोबाइल से मिला है। अमर उजाला इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
पोस्टमॉर्टम हाउस से गांव तक तैनात रही पुलिस
बीएलओ की आत्महत्या से लखनऊ तक हड़कंप मच गया। पोस्टमॉर्टम हाउस पर बड़ी संख्या में शिक्षक जुटे तो उच्च अफसरों के आदेश पर एसडीएम सदर डॉ. राममोहन मीणा, सीओ ठाकुरद्वारा आशीष प्रताप सिंह, सीओ सिविल लाइंस कुलदीप कुमार गुप्ता पोस्टमॉर्टम हाउस पर पहुंच गए। इस दौरान अधिकारी परिजन, रिश्तेदार और शिक्षकों को समझाते रहे। देर शाम पुलिस सुरक्षा के बीच शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
भविष्य अनिश्चित… चार मासूम बेटियों के सिर से उठा पिता का साया
यह केवल बीएलओ की मौत नहीं हुई है बल्कि बेटियों के सिर से पिता का साया उठ गया। जिसने भी सुना बीएलओ की चार बेटियां हैं उनकी जुबां से बस एक ही सवाल निकला कैसे होगी इन बेटियों की परवरिश। परिजन, रिश्तेदार और स्टाफ के लोग बेटियों को लेकर बहुत परेशान नजर आए। बीएलओ सर्वेश सिंह के परिवार में पत्नी बबली के अलावा चार बेटियां तनिष्क (11), माही (8), नाइयू (5) और रूही (2) हैं।




