आगरा में औषधि विभाग ने फव्वारा स्थित वरदान मेडिकल एजेंसी पर तीसरे दिन भी जांच की। इसमें 23 तरह की दवाओं के बिल नहीं मिले हैं। इनको सीज कर दिया है। इनकी कीमत 8 लाख रुपये से अधिक है। 5 दवाओं की खरीद-बिक्री के रिकार्ड में गड़बड़ी मिली है। इनके बिल तलब किए हैं। 6 और नमूने जांच के लिए हैं।
सहायक आयुक्त औषधि अतुल उपाध्याय ने बताया कि फव्वारा स्थित वरदान मेडिकल एजेंसी में नकली और सरकारी दवाओं की कालाबाजारी की आशंका पर औषधि निरीक्षक कपिल शर्मा और दीपक कुमार ने शनिवार को भी दवाओं की खरीद-बिक्री और भंडारण का रिकार्ड खंगाला। इसमें 28 तरह की दवाओं की खरीद-बिक्री में गड़बड़ी मिली है।
इनमें से मधुमेह, उच्च रक्तचाप, दर्द समेत 23 तरह की दवाओं के बिल नहीं मिले हैं। पांच कार्टन दवाएं जब्त की हैं। इनकी कीमत 8 लाख रुपये से अधिक है। कंप्यूटर में खरीद-बिक्री के रिकार्ड खंगालने पर 5 तरह की दवाओं के स्टॉक में गड़बड़ी मिली है। रिकार्ड से दवाओं के स्टॉक का मिलान नहीं हो रहा था।
