लोगों का कहना है कि क्या आरोपी को राजनीतिक संरक्षण का भरोसा था या फिर वह कहीं न कहीं विभागीय स्तर पर किसी ऊंची पहुंच पर निर्भर थी। इसके साथ ही गिरफ्तारी के दौरान भी वह जरा भी नहीं घबराई। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह कितनी कठोर है।
इंस्पेक्टर अरुण राय की मौत से पड़ोसी स्तब्ध
उधर, उरई के कुठौंद थाने में तैनात इंस्पेक्टर अरुण राय की मौत ने न सिर्फ विभाग को, बल्कि उनके पड़ोसियों और परिचितों को भी स्तब्ध कर दिया है। शुक्रवार देर रात थाना परिसर स्थित सरकारी आवास में खून से लथपथ उनका शव मिलने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
आवास पर लटका मिला ताला
वहीं, गोरखपुर के गोरखनाथ थाना क्षेत्र इलाके में उनके आवास पर सोमवार को ताला लटका मिला। बताया गया कि उनकी पत्नी और बेटे मौत की जानकारी पर उरई गए हैं।
बेटे के साथ रहती हैं माया
इंस्पेक्टर अरुण राय की पत्नी माया रानी बीते कुछ समय से अपने 18 वर्षीय बेटे अमृतांश के साथ गोरखनाथ थानाक्षेत्र के विस्तार नगर आवास विकास कॉलोनी में रह रही हैं। अमृतांश नीट की तैयारी कर रहा है।




