विदेश में बैठे साइबर ठग लोगों से ठगी करने के लिए बरेली से चालू कराए गए सिमकार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं। एसएसपी अनुराग ने इस तरह का इनपुट मिलने के बाद पांच दिन का अभियान चलवाया। जिले भर में प्री एक्टीवेट सिमकार्ड बेचने वाले पांच एजेंटों को चिह्नित किया गया, इनके खिलाफ अलग-अलग थानों में मामले दर्ज किए गए हैं।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र से इस तरह का इनपुट मिला था कि बरेली में कुछ एजेंट पहले से एक्टीवेट सिम लोगों को खपा रहे हैं। बाद में इन्हीं के जरिये साइबर ठगी हो रही है। एसएसपी ने सीओ हाईवे के नेतृत्व में अभियान चलाया। पांच दिन के अभियान में थानों की साइबर सेल ने प्रभावी कार्रवाई की। अभियान के दौरान पता चला कि दक्षिण एशिया के देश कम्बोडिया, म्यामांर और लाओस से संचालित हो रहे साइबर अपराध और साइबर स्लेवरी में बरेली के लोगों द्वारा बेचे सिमकार्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है।
एजेंटों से की गई पूछताछ
सिम बेचने वाले संदिग्ध एजेंटों से पूछताछ की गई। संबंधित दस्तावेजों की जांच कर पांच एजेंटों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। प्रेमनगर थाने में साईं धाम कर्मचारी नगर निवासी अशोक, बारादरी थाने में हरूनगला निवासी हरवेंद्र सिंह, फरीदपुर थाने में सैदापुर निवासी सचिन, भुता थाने में खजरिया संपत निवासी हरिशंकर और क्योलड़िया थाने में क्योलड़िया निवासी रवि के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। एसएसपी ने बताया कि गैरकानूनी काम करने वाले एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
