अमर उजाला के दोस्त पुलिस कार्यक्रम की कड़ी में शुक्रवार को प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल, दयालबाग की छात्राओं को महिला थाने का भ्रमण कराया गया। उन्हें साइबर अपराध से बचने और पुलिस सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर की जानकारी दी गई।
साइबर सेल की एक्सपर्ट एसआई उमा वार्ष्णेय ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि साइबर अपराध का शिकार कम पढ़े लोग ही होते हैं, विभिन्न तरीके अपनाकर अपराधी बच्चों के साथ पढ़े लिखे युवा और बड़ों को अपना शिकार बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर छात्राएं अनजान दोस्त नहीं बनाएं।
आप सोशल मीडिया पर अपने फोटो और वीडियो शेयर करते हैं। साइबर अपराधी दोस्त बनकर इन फोटो को दूसरी फोटो से जोड़कर मार्फ फोटो तैयार कर लेते हैं। इनकी मदद से ब्लैकमेल करते हैं। इसके बाद रकम ऐंठते हैं। इसी तरह वीडियो काॅल करते हैं। वीडियो रिकाॅर्ड कर बदनाम करने की धमकी देते हैं। इसलिए सोशल मीडिया एकाउंट में दोहरी सत्यापन के विकल्प को चालू रखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि साइबर अपराधी पुलिस और सीबीआई अधिकारी बनकर काॅल करते हैं। किसी केस में फंसने के बारे में बताकर डिजिटल अरेस्ट करने की बात करते हैं। इसके बाद रकम ऐंठ लेते हैं। सावधान रहने की जरूरत है। पुलिस कभी किसी को डिजिटल अरेस्ट नहीं करती है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से दुर्घटना में घायल हुए व्यक्ति की जान बचाने के लिए गोल्डन आवर होता है, उसी तरह साइबर ठगी की घटना में 1 घंटा महत्वपूर्ण होता है। 1 घंटे के अंदर साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करने पर रकम वापसी की उम्मीद अधिक रहती है।
थाने न जाना हो तो करें 1090 पर शिकायत
एंटी रोमियो स्क्वायड की प्रभारी मंजू चाैधरी ने बताया कि अगर स्कूल, बाजार आते-जाते कोई परेशान करता है तो 1090 पर शिकायत करें। इसके लिए थाने जाने की भी जरूरत नहीं होगी। पुलिस आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करेगी। तत्काल सहायता की जरूरत है तो 112 नंबर पर काॅल करें।
कार्यक्रम में छात्राओं ने सवाल भी पूछे। एक्सपर्ट के सवालों के जवाब भी दिए। दोस्त पुलिस कार्यक्रम में एंटी रोमियो स्क्वायड के एसआई लवी, सिपाही विष्णु, मनोज, साइबर सेल की एसआई शैली गुप्ता, रितु यादव, महिला थाना की एसआई रेखा, अरुण कुमार शर्मा के साथ ही स्कूल की शिक्षिका शालिनी देव, चांदनी, रूपाली, नीमा और सबिने आदि माैजूद रहीं।
