सड़क हादसे गंभीर समस्या बनते जा रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सख्त हैं। सड़क दुर्घटनाओं और उनसे होने वाली मौतों की दर को शून्य करने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रयास करें। हत्या-लूट से ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। हर हादसे की बारीकी से समीक्षा करें और ब्लैक स्पॉट चिह्नित कर खामियों को दूर करें। रविवार को एक निजी कार्यक्रम में आगरा आए डीजीपी राजीव कृष्ण ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में ये निर्देश दिए।
डीजीपी रविवार को अपनी पत्नी आईआरएस मीनाक्षी सिंह के साथ आगरा आए थे। उन्होंने सर्किट हाउस में पुलिस आयुक्त दीपक कुमार, डीआईजी रेंज शैलेष पांडेय, अपर पुलिस आयुक्त रामबदन सिंह सहित अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ सर्किट हाउस में बैठक की। डीजीपी ने कहा कि हादसे रोकने के लिए प्रभावी योजना बनाई जाए। यातायात प्रबंधन का काम एक्सपर्ट की तरह करें। लोगों को जाम से निजात मिलनी चाहिए।
टोल प्लाजा पर जाम की समस्या का स्थायी समाधान निकालें
डीजीपी ने निर्देश दिए कि हर हादसे के बाद ब्लैक स्पाट चिह्नित किए जाएं। इन पर तत्काल सुधार किया जाए। रोड इंजीनियरिंग की खामी को संबंधित विभाग की मदद से दूर कराएं। साइनेज, स्पीड कंट्रोल, लाइटिंग, बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जाए। दूसरे विभागों से कोई समस्या है तो समन्वय स्थापित करके उसे दूर कराया जाए। टोल प्लाजा पर जाम की समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाए। इसके लिए टोलकर्मियों के साथ संवाद किया जाए।
