उल्टी दिशा से आ रहे ट्रक ने बाइक सवार सगी बहनों समेत तीन लोगों को रौंद दिया। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद बाइक ट्रक में फंसकर 200 मीटर घिसटती चली गई। घटना शनिवार रात लखनऊ-पलिया राष्ट्रीय राजमार्ग पर संडीला कोतवाली क्षेत्र के बेगमगंज के पास हुई। घटना के बाद पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से चालक को पकड़ लिया।

उन्नाव जनपद के बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के गुलरिया निवासी प्रदीप कुमार निशक्त हैं। वह लखनऊ न्यायालय में लिपिक के पद पर तैनात हैं। दिवाली पर अवकाश होने के कारण वह अपने परिवार के साथ शनिवार देर शाम लखनऊ से गांव जा रहे थे। एक बाइक पर प्रदीप का भांजा कासिमपुर थाना क्षेत्र के पालराई निवासी करन (36), प्रदीप की पुत्री काजल (11) और अंशिका (16) सवार थीं। दूसरी स्कूटी प्रदीप चला रहा था। उसके साथ पत्नी माया देवी (40) पुत्र अंश देव (5) और पुत्री कुमकुम (8) सवार थीं।

लखनऊ पलिया राष्ट्रीय राजमार्ग पर बेगमगंज के पास उल्टी दिशा से आ रहे ट्रक ने करन की बाइक को रौंद दिया। हादसे में करन, काजल और अंशिका की मौत हो गई। ग्रामीणों ने शोर मचाया तो ट्रक चालक भागने लगा लेकिन स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। करन मजदूरी करता था। परिवार में पत्नी और दो पुत्र हैं। कोतवाल विद्या सागर पाल ने बताया कि ट्रक और चालक पुलिस के कब्जे में हैं। शव मोर्चरी में रखवाए गए हैं।

खुशियों के त्योहार पर टूटा दुखों का पहाड़

प्रदीप का भांजा करन पिछले कुछ माह से उसके साथ लखनऊ में ही रह रहा था। पैतृक गांव में दिवाली मनाने की उम्मीद लेकर दो अलग वाहनों से यह लोग निकले थे। घर पर भी रात में ही गांव पहुंचने की सूचना दी थी। घर पर इन लोगों का इंतजार हो रहा था। उन्नाव जाने से पहले सभी को पलराई जाना था। वहां भी सब इंतजार कर रहे थे लेकिन घटना के बाद प्रदीप ने ही परिजनों को हादसे की सूचना दी। दो बेटियों के शव देख प्रदीप की पत्नी माया भी बदहवास हो गई। पोस्टमार्टम हाउस में इन लोगों को संभालना मुश्किल हो गया।



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