प्रदेश में अभी 25.32 लाख मीट्रिक टन खाद उपलब्ध है। यह पिछले साल अक्तूबर माह की अपेक्षा 1.13 लाख मीट्रिक टन अधिक है। हर दुकान और समिति तक खाद पहुंचाने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। यह कहना है कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही का।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने विभागीय अधिकारियों के साथ सोमवार को कृषि भवन में खाद और बीज वितरण व्यवस्था की समीक्षा की। विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि निरंतर बाजार पर नजर रखी जाए। निदेशालय के अधिकारी जिलों मे जाकर समितियों एवं निजी दुकानों पर खाद बिक्री की स्थिति का आकलन करते रहे। समीक्षा में विभागीय अधिकारियों ने बताया कि रबी 2025-26 सीजन के लिए 26 अक्टूबर 2025 तक कुल 32.68 लाख मीट्रिक टन खाद प्राप्त हो चुका है, जिनमें से 7.36 लाख मीट्रिक टन की बिक्री की जा चुकी है।
राज्य में 25.32 लाख मीट्रिक टन खाद का स्टॉक उपलब्ध है। गत वर्ष अक्तूबर में 24.19 लाख मीट्रिक टन का स्टाक था। ऐसे में इस वर्ष 1.13 लाख मीट्रिक टन अधिक स्टाक मौजूद है। अभी 4.56 लाख मीट्रिक टन डीएपी, 4.82 लाख मीट्रिक टन एनपीके, 11.98 लाख मीट्रिक यूरिया मौजूद है। बैठक में कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख ने कहा कि अधिकारियों को इस बात का खास ध्यान रखना होगा कि किसानों को सुविधा मिलने में एक दिन की देरी भी प्रदेश के कृषि उत्पादन और उत्पादकता में बहुत बड़ी कमी ला देता है। बैठक में कृषि विभाग के प्रमुख सचिव रवींद्र, सचि इन्द्र विक्रम सिंह, विशेष सचिव ओपी वर्मा, निदेशक पंकज त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।
