
यूपी एटीएस
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बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों को सीमा पार कराने और उनके भारतीय नागरिकता के फर्जी दस्तावेज बनाकर मानव तस्करी करने वाले गिरोह के एक और सदस्य कफीलुद्दीन को एटीएस ने गिरफ्तार किया है। बांग्लादेश के चिटगांव का रहने वाला कफीलुद्दीन वेल्लोर में पनाह लिए था। उसके पास से लैपटॉप, चार मोबाइल, बांग्लादेशी नागरिकता का आईकार्ड व पासपोर्ट आदि बरामद हुआ है। एटीएस उसे ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाकर कानूनी कार्यवाही कर रही है।
गौरतलब है कि एटीएस इस गिरोह के सात सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें बांग्लादेशी निवासी अदिलुर रहमान असरफी, तानिया मंडल व इब्राहिम खान, पश्चिम बंगाल निवासी शेख नजीबुल हक व अबू सालेह मंडल और असम निवासी मोहम्मद अब्दुल अव्वल शामिल हैं। इस गिरोह को ब्रिटेन की उम्मा फाउंडेशन से सामाजिक कार्यों के लिए चंदा मिलता था, जिसका इस्तेमाल मानव तस्करी में हो रहा था।
एटीएस की जांच में पता चला कि इस गिरोह का एक और सदस्य कफीलुद्दीन वेल्लोर में रहता है। वह गिरोह के सदस्य शेख नजीबुल हक के दिए धन से अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी व रोहिंग्या नागरिकों को आर्थिक सहयोग दे रहा है। वह उनके पासपोर्ट व अन्य भारतीय दस्तावेज भी बनवाता है। इस सूचना पर वेल्लोर भेजी गई एटीएस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।