आज पूरी हो जाएगी छूट हुए परीक्षार्थियों की प्रयोगात्मक परीक्षा
वैसे तो यूपी बोर्ड की परीक्षा 12 मार्च को समाप्त हो गई थी और कॉपियों का मूल्यांकन भी दो अप्रैल को पूरा हो चुका है लेकिन बोर्ड के अफसर चाहते हैं कि रिजल्ट में किसी प्रकार की त्रुटि न रह जाए और किसी भी परीक्षार्थी को दिक्कत न हो। यही वजह है कि यूपी बोर्ड ने छूटे हुए अभ्यर्थियों की प्रयोगात्मक परीक्षा कराने का निर्णय लिया, जो सोमवार से शुरू हो गई है और आठ अप्रैल को पूरी हो जाएगी। प्रयोगात्मक परीक्षा में शामिल होने से 36,932 अभ्यर्थी वंचित रह गए थे, जिन्हें अब अंतिम अवसर दिया गया है। ,
यह परीक्षा भी सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में कराई जा रही है। दूसरी ओर, प्रदेश के 62 जनपदों के 420 विद्यालयों ने शैक्षिक सत्र 2024-25 में अध्ययनरत छात्र/छात्राओं के हाईस्कूल में विद्यालय स्तर पर आयोजित आंतरिक मूल्यांकन के अंक और इंटरमीडिएट के नैतिक, योग, खेल एवं शारीरिक शिक्षा के अंक परिषद की वेबसाइट पर अद्यतन अपलोड नहीं किए थे।
आंतरिक मूल्यांकन के अंक अपलोड करने के लिए यूपी बोर्ड ने विद्यालयों को सात अप्रैल तक का समय दिया था और सोमवार को यह मियाद भी पूरी हो गई। यूपी बोर्ड ने परीक्षार्थियों के शैक्षिक विवरण में संशोधन के लिए नौ अप्रैल तक का समय दिया गया है।
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15 दिनों में पूरा हुआ मूल्यांकन कार्य
यूपी बोर्ड ने सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाओं की तीन करोड़ कॉपियों का मूल्यांकन 19 मार्च से शुरू कराया था। इसके लिए प्रदेशभर में 261 केंद्र बनाए गए थे। कॉपियों के मूल्यांकन के लिए कुल 1,43,473 परीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। बोर्ड ने तीन करोड़ कॉपियों का मूल्यांकन कार्य दो अप्रैल तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया था। पहले सात दिनों में 75 फीसदी कॉपियों का मूल्यांकन पूरा कर लिया गया था। एक अप्रैल तक 261 में से 257 केंद्रों में मूल्यांकन कार्य समाप्त कर लिया गया। वहीं, दो अप्रैल को बाकी चार केंद्रों में शेष रह गईं तकरीबन पांच हजार कॉपियां भी जांच ली गईं। ऐसे में बोर्ड ने निर्धारित तिथि तक मूल्यांकन कार्य पूरा करा लिया।
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