
अखिलेश यादव
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विधानसभा उपचुनाव से पहले सपा वोटर लिस्ट पर फोकस कर रही है। इसके लिए बूथ स्तर पर जाकर मतदाताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया जा रहा है। जो भी खामियां मिलेंगी, उन्हें बिना देरी किए चुनाव आयोग तक पहुंचाने का फैसला भी किया गया है, ताकि, खामियों को दुरुस्त करवाया जा सके।
यूपी में अगले माह विधानसभा की 10 रिक्त सीटों पर उपचुनाव होने की संभावना है। इनमें से एक सीट सीसामऊ (कानपुर) से सपा विधायक इरफान सोलंकी को सजा होने से रिक्त हुई है, जबकि, नौ विधायकों के लोकसभा सदस्य चुने जाने से उनकी सीटें रिक्त हुई हैं। ये नौ सीटें हैं-करहल, मिल्कीपुर, कटेहरी, कुंदरकी, मझवा, मीरापुर, खैर, गाजियाबाद और फूलपुर।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव कई बार आशंका जता चुके हैं कि सत्ताधारी दल मतदाता सूचियों में गड़बड़ कर सकती है। सपा के समर्थक मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जा सकते हैं। इसलिए सपा नेतृत्व ने अपनी सभी जिला व शहर इकाइयों को भेजे निर्देशों में कहा है कि हर बूथ की मतदाता सूची पर विशेष नजर रखी जाए। अगर कहीं समर्थक मतदाताओं के नाम कटे मिलते हैं या किसी क्षेत्र विशेष में फर्जी मतदाता बनाने की शिकायत मिलती है तो उससे तत्काल प्रदेश सपा मुख्यालय को अवगत कराया जाए।
इसके लिए प्रदेश सपा कार्यालय पर तीन पदाधिकारियों की टीम बनाई गई है। जो ऐसे मामलों को लेकर निर्वाचन आयोग से शिकायत करेगी। हाल ही में जाति विशेष के बीएलओ हटाए जाने की शिकायत लेकर सपा का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भारत निर्वाचन आयोग से मिला भी था। कार्यकर्ताओं से मिल रही गड़बड़ी संबंधी जानकारियों को हर प्लेटफॉर्म पर उठाने का निर्णय भी लिया गया है।