UP By-Poll Result Akhilesh Yadav said someone else cast someone else vote In Kundarki Police detained victims

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव।
– फोटो : amar ujala

विस्तार


उत्तर प्रदेश में हुए उपचुनाव के नतीजे आने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर भाजपा सरकार को घेरे पर लिया है। उन्होंने पुलिस-प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं। एक्स पर पोस्ट करते हुए उन्होंने राष्ट्रपति, सर्वोच्च न्यायालय, चुनाव आयोग, मानवाधिकार आयोग और राज्यपाल से मामले का संज्ञान लेने की अपील की। 

सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए अखिलेश यादव ने लिखा कि कुंदरकी लोगों को वोट डालने से रोकने की बात कही। लिखा कि कई लोगों के वोट किसी और ने डाल दिए। इस पर वह लोग अपनी पीड़ा बताने के लिए लखनऊ आ रहे थे। स्थानीय स्तर पर उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। वह लोग लखनऊ आ जाते तो भाजपा के चुनावी घपले का भंडाफोड़ हो जाता। 

संज्ञान लेने की अपील की

लिखा कि लखनऊ पहुंचने से पहले ही उन लोगों को सीतापुर में उप्र पुलिस ने निरुद्ध कर लिया। उन्होंने लिखा कि राष्ट्रपति, सर्वोच्च न्यायालय, चुनाव आयोग, मानवाधिकार आयोग और राज्यपाल इस मामले का तुंरत संज्ञान लें। मांग की कि यह सुनिश्चित हो कि जो लोग अपने वोट के अधिकार के लिए आवाज उठाना चाहते हैं, उनके साथ भाजपा सरकार कोई अन्याय या अत्याचार न कर सके।

35 संदिग्ध और पांच गाड़ियां रोकी गईं

इस पर सीतापुर के एसपी चक्रेश मिश्र ने प्रेस नोट जारी करके आपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि सीतापुर जनपद में अपराध की रोकथाम की दृष्टि से सघन चेकिंग प्रत्येक रात्रि करायी जाती है। थाना कोतवाली नगर और खैराबाद की पुलिस द्वारा 23-24 नवंबर की रात में बैरियर लगाकर की जा रही चेकिंग में कुल 35 संदिग्ध व्यक्तियों और पांच गाड़ियों को रोका गया है। इन गाड़ियों के चालक आरसी व अन्य दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए। चालान तथा अन्य विधिक प्रक्रिया का पालन करते हुए अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।

 

कुंदरकी में जिन लोगों को सरेआम वोट डालने से रोका गया या जिनके वोट किसी और ने डाल दिये वो सब लोग अपनी व्यथा बताने के लिए लखनऊ आ रहे थे, क्योंकि वहाँ स्थानीय स्तर पर कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। इससे भाजपा के चुनावी घपले का भंडाफोड़ हो जाता, इसीलिए बीच रास्ते में उनको सीतापुर में… pic.twitter.com/vUEkLBQcTC





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अभी अभी की खबरें