सोना तस्करी बढ़ेगी तो मनी एक्सचेंज में कमीशन (बट्टा) बढ़ेगा। तस्करी घटी तो कमीशन उसी के साथ घटेगा। अभी बट्टा शून्य है। मसलन, पुरातन फार्मूले के तहत तस्करी नहीं हो रही है। जानकारों के अनुसार होनी भी नहीं चाहिए। ऐसा बिलकुल नहीं है। सोने की तस्करी के तिलिस्म का यह राज आंख में धूल झोंकने वाला है। तस्करी हो रही है। बस तरीका बदला है। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार बिहार में डीआरआई की ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद ट्रेनों से हो रही तस्करी रुकी तो तस्करों ने अब उत्तर प्रदेश से लगती सीमा का रुख किया है और अवैध बसों व ट्रेवलर को माध्यम बनाया है।  

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चीन से सोना नेपाल और नेपाल से भारत होते हुए पंजाब में पाकिस्तान बॉर्डर तक पहुंच रहा है। तस्करों को मदद मिल रही है महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, बहराइच व श्रावस्ती से पर्यटक परमिट के नाम पर चलने वाली अवैध निजी बसों और ट्रेवलर से। सुरक्षा एजेंसियों की इस रिपोर्ट के आधार पर हम बृहस्पतिवार को नेपाल से सटे बहराइच जिले के रुपईडीहा कस्बे में पहुंचे। देर शाम सात बजे। हल्की चहल-पहल रही। संवेदनशील कस्बे में सुरक्षा के नाम पर आईसीपी के पास बस दो सिपाही नजर आए। यहां एक-दो नहीं…पुलिस स्टेशन के आसपास ही आठ अवैध स्टैंड मिले। पंजाब, चंडीगढ़, गुजरात, राजस्थान, हैदराबाद व गोवा के लिए बसें और ट्रेवलर निकलनी शुरू हो गईं। हम भी चंडीगढ़ नंबर की एक ट्रेवलर में सवार हुए जो दिल्ली जा रही थी। 

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इस दौरान हमें जो दिखा वह चौंकाने वाला रहा। 26 शीटर ट्रेवलर में 35 लोग सवार थे। इनमें 12 नेपाली युवतियां थीं। ट्रेवलर में कौन सवार हो रहा है। डिकी में क्या सामान रखा है, यह जांचने वाला कोई नहीं दिखा। बॉर्डर से सटे सिंह साहब के इस अवैध स्टैंड में नेपाल से कुछ लोग तो मुख्य गेट से इतर अवैध रास्तों से भी आते दिखे। सवारियों को लेकर ट्रेवलर तेज गति से आगे बढ़ा। इस बीच नानपारा, मिहिंपुरवा व परसा में सिपाहियों ने तेज टार्च की रोशनी चालक की तरफ दिखाई। चालक ने झट से मुट्ठी बढ़ाई और आगे निकल गया। लखीमपुर खीरी में सेवखा के पास एक ढाबे पर चाय पीने के बहाने हम वहीं रुके।

नेपाल सीमा पर तैनात रहे पूर्व आईबी अधिकारी संतोष सिंह बताते हैं कि बॉर्डर से सटे कस्बों से अवैध बसों व ट्रेवलर का संचालन सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है। तस्करी में इनकी संलिप्तता पहले भी उजागर हो चुकी है। अभी ये तस्करी का सोना नेपाल के रास्ते कोलकाता, जयपुर, दिल्ली, आगरा, कानपुर, लखनऊ और गोरखपुर भी पहुंचा रहे हैं।



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