
सीएम योगी के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बने चुनाव।
– फोटो : अमर उजाला
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प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को उन 30 मंत्रियों के साथ बैठक की, जिन्हें चुनाव वाली सीटों पर प्रभारी बनाया गया है। बैठक में मंत्रियों को सभी सीटें जीतने का टास्क देते हुए कहा कि हर हाल में 10 सीटों को जीतना है। इसके लिए मंत्री सप्ताह में कम से कम दो दिन उसी क्षेत्र में रात्रि प्रवास जरूर करें और चुनाव समाप्त होने तक वहां डंटे रहे।
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मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को बूथ स्तर तक के सभी कार्यकर्ताओं से संवाद करने और उनकी समस्याओं का निस्तारण कराने के भी निर्देश दिए हैं। साथ ही सीएम ने यह भी कहा है कि यदि कहीं कार्यकर्ताओं की समस्या सुलझाने में दिक्कत आ रही हो तो सीधे हमें बताएं। बैठक में मुख्यमंत्री ने पहले सभी मंत्रियों से अलग-अलग सीटवार चुनावी तैयारियों, जनता के बीच चर्चाओं और कार्यकर्ताओं से जुड़े मसलों पर चर्चा की। क्षेत्र में भाजपा को लेकर माहौल के बारे में फीडबैक लिया। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को सबसे अधिक फोकस बूथ प्रबंधन और उससे जुड़े कार्यकर्ताओं पर करने को कहा है।
दरअसल, यह उप चुनाव में सभी सीटों को जीतना भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न है। इसलिए सरकार और संगठन दोनों उप चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत झोंकी है। इसी कड़ी में सरकार ने अपने हर सीट पर तीन-चार मंत्रियों एक-एक की टीम बनाकर उतारा है। इस प्रकार कुल 30 मंत्रियों के कंधों पर उप चुनाव जीतने की जिम्मेदारी दी गई है। माना जा रहा है कि 10 सीटों पर बेहतर प्रदर्शन कर भाजपा लोकसभा चुनाव के घाव पर मरहम लगाना चाहती है। इसलिए मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को क्षेत्र में पूरी सिद्दत से जुटे रहने को कहा है।
अयोध्या की मिल्कीपुर पर अधिक फोकस
भाजपा का अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर अधिक फोकस है। यह सीट अभी सपा के खाते में थी और यहां से विधायक रहे अवधेश प्रसाद ही फैजाबाद लोकसभा सीट से चुनाव जीते हैं। इसलिए भाजपा मिल्कीपुर सीट छीनने की कोशिश में जुटी है। इसलिए इस पर चार मंत्रियों के अलावा संगठन से भी बड़े नेताओं को चुनाव की कमान सौंपी गई है।