
डैश बोर्ड पर लगेगी परिवार की तस्वीर।
– फोटो : सोशल मीडिया
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सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए परिवहन विभाग ने नई तरकीब निकाली है। बसों, टैक्सियों आदि वाहनों में ड्राइवर के सामने डैशबोर्ड पर उसके परिवार की फोटो लगाई जाएगी। ताकि वह रफ्तार पर नियंत्रण रखे और हादसों पर अंकुश लग सके।
दरअसल परिवहन विभाग के अफसरों को ऐसा लगता है कि फैमिली फोटो सामने होने पर ड्राइवर तीव्र गति से वाहनों को नहीं चलाएंगे। यह कवायद कितनी कारगर साबित होगी, यह देखना दिलचस्प होगा। दरअसल परिवहन विभाग हादसे रोकने के लिए सड़क सुरक्षा फंड से पैसे पानी की तरह पैसे बहा रहा है। जागरूकता व प्रवर्तन दस्तों की कार्रवाई से हादसों पर रोक नहीं लग पा रही है। परिवहन आयुक्त चंद्रभूषण सिंह की ओर से जारी सर्कुलर के अनुसार मोटर कैब, मैक्सी, कैब, बस सहित सभी वाहनों में लिए यह अनिवार्य किया गया है। विभागीय अधिकारियों को उम्मीद है कि ऐसा करने से वाहन चालक यातायात नियमों का पालन करेंगे, क्योंकि वह अपने परिवार के बारे में भी सोचेंगे और इससे हादसे रुक सकेंगे।
उन्होंने बताया कि बीती नौ अप्रैल को प्रमुख सचिव परिवहन की अध्यक्षता में प्रदेश में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम को लेकर बैठक हुई थी। इसमें पुलिस महानिदेशक (सड़क सुरक्षा एंव यातायात) ने बताया कि आंध्र प्रदेश में सार्वजनिक वाहनों में चालकों को सड़क सुरक्षा के प्रति भावनात्मक रूप से संवदेनशील बनाए जाने के उद्देश्य से चालक के परिवार की तस्वीर सीट के सामने लगाने की पहल शुरू हुई। इससे हादसों में कमी भी आई।
4.7 प्रतिशत बढ़े हादसे के शिकार
अपर परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा) पुष्पसेन सत्यार्थी ने बताया कि वर्ष 2022 में प्रदेश में हुई सड़क दुर्घटना में 22,595 लोगों की मौत हुई थी, जबकि वर्ष 2023 में यह आंकड़ा 23,652 पहुंच गया। साल 2022 की तुलना में यह 4.7 प्रतिशत अधिक है।
