फर्जी तरीके से करोड़ों रुपये का जीएसटी रिफंड करने के मामले में गाजियाबाद के राज्य कर अपर आयुक्त भूपेंद्र शुक्ला को सस्पेंड कर दिया गया। करीब दस साल पहले कानपुर में उपायुक्त पद पर तैनाती के दौरान उन्होंने ये धांधली की थी। तब राज्य में वैट व्यवस्था लागू थी।
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मंगलवार को राज्य सरकार ने वैट निर्धारण में अनियमितता बरतने पर अपर आयुक्त भूपेंद्र शुक्ला को सस्पेंड कर दिया। वर्तमान में वह गाजियाबाद जोन-2 के अपर आयुक्त थे। ये धांधली कानपुर खंड आठ में उपायुक्त पद पर तैनाती के दौरान की गई थी, जब मांग के बिना ही उन्होंने करीब 3.50 करोड़ रुपये एक फर्म को जारी कर दिए थे। मंगलवार को विशेष सचिव राज्य कर श्याम प्रकाश नारायण ने उनका निलंबन आदेश जारी कर दिया। निलंबन अवधि के दौरान शुक्ला आयुक्त कार्यालय से संबद्ध रहेंगे। इस मामले की जांच प्रमुख सचिव स्टांप अमित गुप्ता को सौंपी गई है।
मालूम हो कि प्रमुख सचिव एम. देवराज को भूपेंद्र शुक्ला के खिलाफ शिकायत मिली थी कि वह भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। गोपनीय जांच में शिकायतें सही पाई गईं। कानपुर में तैनाती के दौरान उनकी तमाम शिकायतें सही पाई गईं। एक सिंडीकेट से नजदीकी भी जगजाहिर थी। उसी को लाभ देने के आरोप में शुक्ला के खिलाफ कार्रवाई की गई है।