
बहराइच में भेड़िए।
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यूपी के बहराइच जिले में भेड़िये के हमले तो कम हुए लेकिन दहशत नहीं। सरयू के कछार में प्रभावित इलाकों में अभी भी ग्रामीण रतजगा कर पहरेदारी कर रहे हैं। बीते 11 दिनों से कहीं किसी हमले की सूचना पर अब लोगों में यह चर्चा है कि कहीं भेड़िये का कुनबा बाराबंकी की तरफ तो रुख नहीं कर गया। सोशल मीडिया पर बाराबंकी की सीमा पर नदी किनारे के वायरल हुए एक वीडियो से ये आशंका तो पैदा हुई है हालांकि अधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की गई।
तेंदुआ और सियार की बढ़ी चहलकदमी
भेड़िया की समस्या के बीच जिले में अब तेंदुए की चहलकदमी भी बढ़ गई है। मोतीपुर सीएचसी व थाना परिसर तक तेंदुआ आ धमका। इसकी सीसीटीवी फुटेज वायरल होने के बाद पुलिस कर्मी समेत अन्य लोगों में दहशत हो गई। वहीं रिसिया में भी तेंदुआ देखा गया है। इसके अलावा इस समय ज्यादातर जगहों पर सियार भी देखे जा रहे हैं। जिले में बीते दिनों ग्रामीणों ने तीन सियार पीट-पीट कर मार दिए। लोग भेड़िए के डर से सियारों पर हमलावर हो रहे हैं। हालांकि वन विभाग की टीमें लोगों को सियारों पर हमला न करने के लिए लगातार जागरूक कर रही है। वहीं वन विभाग भले ही सिर्फ एक भेड़िया बाहर होने की बात कहता हो लेकिन जिस तरह से वायरल सीसीटीवी फुटेज सामने आ रहे है उससे लगता है कि अभी भी इनका कुनबा बड़ा है।
बिजली कटौती भी बन रही समस्या
तहसील महसी क्षेत्र में भेड़िया प्रभावित गांव निवासी प्रशांत कुमार, अंगनू, राम सहारे, ललित कुमार, धर्मेंद्र कुमार, पुतान आदि ने बताया कि रात में प्रतिदिन चार से पांच घंटा फाॅल्ट के नाम पर बिजली कटौती होती है। कभी-कभी तो पूरी रात बिजली नहीं आती है। बीते सोमवार को दिन में 1:00 बजे गुल हुई बिजली मंगलवार भोर चार बजे मिली। भेड़िये के भय के बीच पूरी रात अंधेरे में काटनी पड़ रही है।
लगातार जारी है सर्च ऑपरेशन
वन्यजीव प्रभावित क्षेत्र में विभाग की टीमों का सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है। महसी क्षेत्र में लंबे समय से भेड़िये की लोकेशन सामने नहीं आ रही है। ग्रामीणों के बीच जाकर वन्यजीवों से बचाव के टिप्स लगातार दिए जा रहे हैं।-अजीत प्रताप सिंह, डीएफओ, बहराइच