
यूपी का मौसम।
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अक्तूबर में मौसम के बदले मिजाज से लोग हैरान हैं। मानसून सीजन (1 जून से 30 सितंबर तक) का औपचारिक तौर पर तो समापन हो गया, शारदीय नवरात्रि भी शुरू हो गई, लेकिन यूपी में गर्मी से निजात नहीं मिल सकी है। जबकि आमतौर पर इस वक्त की सुबह और शामें खुशनुमा हो जाती हैं। बृहस्पतिवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में लोग चिलचिलाती धूप और उमस भरी गर्मी से बेहाल रहे।
मौसम विभाग की मानें तो शुक्रवार से उत्तरी बंगाल की खाड़ी में एक नए विकसित हो रहे कम दबाव क्षेत्र के असर से 6 अक्तूबर से अगले दो-तीन दिन प्रदेश के उत्तरी पूर्वी हिस्सों समेत गोरखपुर, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया आदि में छिटपुट बूंदाबांदी होने संकेत हैं। हालांकि इस दौरान पश्चिमी यूपी में मौसम के शुष्क रहने की संभावना है।
वैज्ञानिकों ने बताई तप रहे अक्तूबर की वजह
आंचलिक विज्ञान केंद्र लखनऊ के मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह का कहना है कि इस बार अक्तूबर में न्यूनतम व अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की उम्मीद है। भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र पर तटस्थ अल नीनो स्थितियों के मानसून के बाद धीरे-धीरे ला-निना परिस्थितयों में बदलने और मानसून वापसी में हुई देरी के असर से पूर्वानुमान है कि इस बार अक्तूबर सामान्य से अधिक गर्म रहेगा।
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक बृहस्पतिवार को आगरा 34.6 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ सबसे गर्म रहा। वहीं प्रयागराज में 37.2 डिग्री और हमीरपुर में 36.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ। न्यूनतम तापमान की बात करें तो मुजफ्फरनगर में सबसे कम 21.6 डिग्री और बुलंदशहर में 22 डिग्री, बरेली में 22.7 डिग्री और वाराणसी व गाजीपुर में 23 डिग्री सेल्सियस रहा। लखीमपुर खीरी में सबसे अधिक न्यूनतम तापमान 28 डिग्री दर्ज किया गया।