
रायबरेली की रैली में अमित शाह
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कांग्रेस के गढ़ में भाजपा की जीत के लिए रविवार को जीआईसी मैदान में आयोजित चुनावी जनसभा में पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के निशाने पर गांधी परिवार रहा। केंद्रीय मंत्री का संबोधन ही गांधी परिवार के रायबरेली में पांच साल के बाद आने की बात से शुरू हुआ। शाह ने सभा में गांधी परिवार पर सवाल करते हुए उसका जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि रायबरेली का विकास केवल भाजपा ही करा सकती है। सोनिया गांधी की विकास निधि का पैसा वोटबैंक में खर्च होता है। गांधी परिवार ने रायबरेली में सांसद निधि का उपयोग केवल अल्पसंख्यकों पर किया है। उन्होंने राहुल गांधी के अमेठी सीट को छोड़कर रायबरेली से लड़ने के फैसले पर सवाल उठाया।
भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह के समर्थन में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने गांधी परिवार खासकर प्रियंका गांधी और राहुल गांधी से सवालों का जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि यह लोग कहां थे, जब एनटीपीसी में ब्वायलर फटने से कई लोगों की मौतें हुई थीं। बछरावां रेल हादसे के दौरान भी यह परिवार नदारद रहा। इस हादसे में 50 लोगों की मौत हुई थी। पांच बच्चियों की डूबकर मौत हो गई तो भी परिवार गायब रहा। कोरोना महामारी में भी परिवार का अता-पता नहीं था।
नहीं खत्म होगा आरक्षण
गृह मंत्री ने आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि संसद में जब तक भाजपा का एक भी सांसद रहेगा तब तक दलितों और पिछड़ों का आरक्षण समाप्त नहीं होगा। इसके लिए चाहे जो भी कुर्बानी देनी पड़े। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से झूठ बोलती है। उन्होंने जम्मू कश्मीर में धारा 370 का मुद्दा भी उठाया और कहा कि कांग्रेस कहती है कि धारा 370 हटाकर गलत किया गया है। आप सभी बताओ कि क्या धारा 370 हटना गलत था।
कांग्रेस के नेता चाहे मणिशंकर अय्यर हो या अन्य नेता, पाकिस्तान की तारीफ कर रहे हैं और कहते हैं कि पाकिस्तान से बात करनी चाहिए। जो हमारे सैनिकों को मारता है उससे कैसे बात की जा सकती है। यही नहीं यह नेता तो कहते हैं कि पाकिस्तान कहता है कि राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बनें। अमित शाह ने सपा को आड़े हाथ लिया, कहा कि जब प्रदेश में सपा की सरकार थी तब गुंडाराज था। आज पूरी तरह से माफियाराज समाप्त हो गया है।