
UP Lok Sabha Election 2024
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
लोकसभा चुनाव के दौरान ही प्रदेश के चार विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव भी संपन्न हुए। उपचुनाव को लेकर सभी दल एड़ी-चोटी का जोर लगाते रहे हैं, लेकिन इस बार स्थितियां बदली हुई दिखीं। सभी की निगाह लोकसभा चुनाव पर रही। विधानसभा चुनाव पर फोकस नजर नहीं आया।
वर्ष 2022 की अपेक्षा उपचुनाव के मतदान में मतदाताओं की भी दिलचस्पी कम दिखी। वोटिंग में सर्वाधिक 10 फीसदी की गिरावट दुद्धी विधानसभा क्षेत्र में हुई है। लखनऊ पूर्वी- भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे आशुतोष टंडन के निधन के बाद पार्टी ने यहां से ओपी श्रीवास्तव पर दांव लगाया। सपा ने यह सीट कांग्रेस को दी।
पार्षद मुकेश सिंह चौहान मैदान में उतरे। यहां चुनाव लड़ने को लेकर सपा और कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ताओं में सिर फुटौव्वल की नौबत दिखी, लेकिन मैदान में मुकेश सिंह ही डटे रहे। उपचुनाव के दौरान भाजपा और कांग्रेस की तरफ से कोई खास दांवपेंच नहीं दिखे। स्थानीय नेता ही मैदान में रहे।
20 मई को हुए मतदान में वर्ष 2022 की अपेक्षा 3.38 फीसदी गिरावट के साथ 52.54 फीसदी मतदान हुआ। ददरौल- भाजपा विधायक मानवेंद्र सिंह के निधन के बाद उनके बेटे अरविंद सिंह को पार्टी ने मैदान में उतारा।