बिजनौर में हथिनी द्वारा छोड़े गए उसके बच्चे को पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) की टीम ने अपने संरक्षण में ले लिया है। शासन के निर्देश पर विशेष सतर्कता के साथ लाए गए इस नन्हे हाथी को माला रेंज के पास सुरक्षित वातावरण में रखा गया है, जहां उसकी देखरेख, पोषण और गर्माहट की समुचित व्यवस्था की गई है। पीटीआर की हथिनी निसर्गा अब इसकी ‘मां’ की भूमिका निभाएगी, जबकि कर्नाटक से लाए गए हाथी सूर्या और मणिकांत इसके परिवार का हिस्सा होंगे।
बिजनौर में जन्म के कुछ ही दिन बाद हथिनी द्वारा छोड़े गए इस नन्हे हाथी को वन्यजीव विशेषज्ञों और डीएफओ की अगुवाई में पीटीआर लाया गया। यहां उसके ठहरने के लिए अलग से प्रबंध किए गए हैं। पोषण के लिए लेक्टोजिन दिया जा रहा है, वहीं सर्दी से बचाव के लिए अंगीठी और अन्य इंतजाम किए गए हैं। टीम दिन-रात उसकी गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं।
पीटीआर के डीएफओ मनीष सिंह ने बताया कि पीलीभीत टाइगर रिजर्व में यह पहला मौका है जब किसी नन्हे हाथी के सर्वाइवल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि शासन के निर्देशों के अनुरूप पूरी सावधानी और विशेषज्ञ निगरानी में बच्चे की देखरेख की जा रही है, ताकि वह सुरक्षित और स्वस्थ रह सके।
कमजोर काया के कारण छोड़ा गया था नन्हा हाथी
जानकारी के अनुसार, दो दिसंबर को बिजनौर में हथिनी ने नन्हे हाथी को जन्म दिया था, लेकिन अगले ही दिन कमजोर काया के कारण उसने उसे छोड़ दिया। इसके बाद वन विभाग की टीम ने शिशु को सुरक्षित कर संरक्षण की प्रक्रिया शुरू की।
