शाहजहांपुर के जलालाबाद क्षेत्र के खाईंखेड़ा में शनिवार को बंदर के झपटने से डरकर भागी मौसी की गोद से मासूम गिर गया। गंभीर हालत में इलाज के लिए ले जाते समय उसकी रास्ते में ही मौत हो गई। घायल मौसी को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। पिछले 15 दिन में तीन लोगों की बंदरों के हमले में जान जा चुकी है।
खाईंखेड़ा निवासी अवधेश की बहन पास में ही रहने वाले रवींद्र यादव को ब्याही हैं। रवींद्र के छोटे भाई पवन यादव का डेढ़ वर्षीय बेटा अंश, अवधेश की अविवाहित बहन 21 वर्षीय अंशिका (रिश्ते में मौसी) से काफी घुला-मिला था और अक्सर वह उनके घर पर ही रहता था।
अवधेश ने बताया कि शनिवार सुबह अंश उनके घर पर था। करीब 9:30 बजे बिस्कुट का पैकेट लेकर अंशिका, अंश को लेकर छत पर चली गई। इसी दौरान एक बंदर आ गया और बिस्कुट देखकर झपटा। इससे अंशिका डर गई और अंश को गोद में लेकर तेजी से सीढ़ियों की ओर भागी। इसी हड़बड़ाहट में पैर फिसलने से अंश गोद से गिर गया।