बरेली में साइबर ठगों के मददगार प्री एक्टीवेटेड सिम उपलब्ध कराने वाले एजेंटों पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। जिले के अलग-अलग थानों में तीन दिन में 14 रिपोर्ट दर्ज की गई हैं। पुलिस ने पीलीभीत व शाहजहांपुर में बड़ी कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी की है।
बारादरी इलाके के सिम विक्रेता शुभम वर्मा ने सनराइज निवासी लोकेश कुमार के नाम से सिम जारी किया था। इस सिम कार्ड नंबर को जब एनसीआरपी पोर्टल पर डालकर चेक किया तो इसके संबंध में जौनपुर, रायबरेली, महाराष्ट्र के रत्नागिरी और ओडिशा में शिकायतें दर्ज मिलीं। साइबर ठगी की ये शिकायतें महाराष्ट्र के रत्नागिरी के पीड़ित विकास काजी, जौनपुर के उमेश चंद्र त्रिपाठी, रायबरेली के उपेंद्र कुमार और ओडिशा के समेश यादव ने की थीं।
यह भी पढ़ें- UP: आगरा में मानसिक तनाव ज्यादा…लखनऊ, वाराणसी और इस जिले के लोग भी पीड़ित; 75 जिलों से टेलीमानस पर आईं कॉल्स
सिमकार्ड विक्रेता राम नरेश ने एजाजनगर गौंटिया निवासी अदनान अंसारी के नाम से सिम जारी किया था। इस सिमकार्ड से साइबर अपराध किया गया था। दिल्ली के रोहन मलिक ने साइबर ठगी की शिकायत की थी। साइबर सेल ने सिम बेचने वाले शुभम वर्मा और नरेश की जानकारी पुलिस से साझा की थी। बारादरी पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि इस तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
