
लखनऊ में सड़कों पर भरा पानी।
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बारिश के चलते ट्रेनों, विमानों और बसों का संचालन गड़बड़ा गया। दिलकुशा बाराबंकी रेलखंड पर सिग्नलिंग सिस्टम फेल होने से जहां वंदे भारत एक्सप्रेस देरी से लखनऊ पहुंची, वहीं दिल्ली से लखनऊ आने वाली वीआईपी ट्रेनें भी यात्रियों को तय समय पर स्टेशन नहीं पहुंचा सकीं। बस सेवाओं पर भी 40 फीसदी तक असर पहुंचने का अनुमान है। वहीं, दृश्यता घटने से कई फ्लाइटें देरी का शिकार हुईं। ट्रेनों की बात करें, तो उत्तर रेलवे के दिलकुशा केबिन से मल्हौर व सफेदाबाद से मल्हौर रेलखंड पर पानी की वजह से सिग्नल सिस्टम फेल हो गया। इससे ट्रेनों का संचालन मैनुअल करना पड़ा। इसकी वजह से तेज रफ्तार ट्रेनें 20 से 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से रेंगती नजर आईं।
गोरखपुर से लखनऊ के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस चारबाग रेलवे स्टेशन पर सोमवार सुबह 11.45 बजे डेढ़ घंटे की देरी से पहुंची, जिससे यात्रियों को दिक्कतें हुईं। नई दिल्ली से लखनऊ आने वाली 12430 एसी एक्सप्रेस एक घंटे की देरी से सोमवार सुबह 8.29 बजे लखनऊ पहुंची। नई दिल्ली से ही लखनऊ जंक्शन आने वाली 12230 लखनऊ मेल भी सोमवार को 35 मिनट की देरी से पहुंची। शताब्दी एक्सप्रेस आधे घंटे, मुंबई से लखनऊ जंक्शन आने वाली 12534 पुष्पक एक्सप्रेस दो घंटे की देरी से पहुंची। इसी तरह 12420 गोमती एक्सप्रेस नई दिल्ली व साहिबाबाद के बीच आंशिक रूप से निरस्त होने के कारण घंटों देरी से आई। वापसी में सोमवार को ट्रेन पौने आठ घंटे रीशेड्यूल कर दोपहर डेढ़ बजे नई दिल्ली रवाना की गई।
दृश्यता घटी, देरी से पहुंचीं फ्लाइटें
बारिश के चलते विजिबिलिटी कम होने के कारण विमानों का संचालन भी गड़बड़ाया। लखनऊ से नई दिल्ली जाने वाली विस्तारा वीटीआई-642 एक घंटे की देरी से उड़ान भर सकी। नई दिल्ली से लखनऊ आने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6ई-2282 आधे घंटे, एयर इंडिया की एआई-431 पौन घंटे, विस्तारा की वीटीआई-641 आधे घंटे की देरी से लखनऊ पहुंची। ऐसे ही लखनऊ से मुंबई के लिए उड़ान भरने वाली इंडिगो की 6ई-2245 पौने घंटे बाद रवाना हुई। इंडिगो की ही 6ई-5042 आधे घंटे, 6ई-2441 पौने घंटे तथा अकासा एयर की एकेजे-1458 भी लेट रवाना हो सकी। वापसी में मुंबई से लखनऊ आने वाली फ्लाइट एयर इंडिया एक्सप्रेस की एएक्सबी-2773 आधे घंटे, एयर इंडिया की एआई-625 सवा घंटे देरी की शिकार हुई।
नहीं पहुंच सके चालक-परिचालक, करीब 125 बसें हुईं निरस्त
बारिश के चलते कैसरबाग, आलमबाग, चारबाग, व अवध बस अड्डे से अनुमानित 40 प्रतिशत तक बस सेवाएं बाधित रहीं। कैसरबाग से सीतापुर, लखीमपुर, बाराबंकी रूट, आलमबाग से प्रयागराज, वाराणसी, कुंडा रूट, चारबाग से रायबरेली, लालगंज, अवध से गोरखपुर, बस्ती आदि रूट की बस सेवाएं बाधित रहीं। बारिश की वजह से सोमवार सुबह संविदा चालक व परिचालक ड्यूटी पर नहीं पहुंच सके, जिससे करीब 125 बसों को निरस्त करना पड़ा। हालांकि, बारिश के कारण यात्रियों की भी संख्या काफी कम रही। क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया कि बारिश के कारण सेवाएं बाधित होने की रिपोर्ट मांगी गई है। वास्तविक स्थिति रिपोर्ट आने पर ही पता लग सकेगी। पर, चालक-परिचालकों के नहीं आने व यात्रियों की संख्या कम होने से प्रभाव पड़ा है।
खेत-खलिहान डूबे, धान की फसल को नुकसान से किसान डरे
बारिश के कारण फसलों को नुकसान के अंदेशे से राजधानी के किसान डरे हैं। प्रमुख रूप से जिन किसानों की धान की फसल अपरिपक्व अवस्था में है, अधिक जलभराव से फसल डूब गई है। कृषि विशेषज्ञ डॉ. सतेन्द्र कुमार सिंह का कहना है कि यदि ये सिलसिला जारी रहा तो अन्य फसलें भी प्रभावित होंगी। नगराम के किसान मलखान सिंह, मुन्नू सिंह कहते हैं कि ज्यादा बरसात हुई तो नुकसान बढ़ जाएगा। इसके अलावा सब्जी की खेती को भी बारिश नुकसान पहुंचाएगी।
नगर निगम मुख्यालय में भरा पानी, खराब हुआ सामान
लालबाग स्थित नगर निगम मुख्यालय की इमारत भी जर्जर हो गई है। यह 100 साल से अधिक पुरानी है। हर बार बारिश में यहां के कई विभाागें में पानी भरता है। सोमवार को भी बारिश केकारण यहां के समिति विभाग में पानी भर गया। इसके कारण फाइलें खराब हो गईं और कम्प्युटर भी भीग गया। विभाग में एक फिट से अधिक पानी भर जाने कर्मचारी तब बैठ पाए जब पानी को निकाला गया। इसी के पास लाइब्रेरी में पानी भर गया। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी के कार्यालय की भी फॉल सीलिंग का एक हिस्सा गिर गया। जोन तीन कार्यालय में भी एक बार फिर छत का प्लास्टर गिरा।