
सांकेतिक तस्वीर
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प्रदेश की सड़कों पर दुर्घटना का सबब बन रहे स्पीड ब्रेकर की जगह अब टेबल टॉप स्पीड ब्रेकर लगाए जाएंगे। नगरीय क्षेत्रों में ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा और टैक्सी के पंजीकरण का सत्यापन भी किया जाएगा। शहरी मार्गों और हाइवे पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। प्रदेश सरकार ने सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत मार्गों पर दुर्घटनाओं को कम करने की तैयारी की है।
प्रदेश में 15 से 31 दिसंबर तक सड़क सुरक्षा पखवाड़ा मनाया जाएगा। पखवाड़े के दौरान सड़क की देखभाल और सुरक्षा की जाएगी। मार्गों पर टेबल टॉप स्पीड ब्रेकर लगाए जाएंगे। उस पर थर्मोप्लास्टिक पेंट्स, कैट-आई अनिवार्य रूप से लगाया जाएगा। मार्गों को गड्ढा मुक्त रखने के साथ ही क्षतिग्रस्त पटरियों एवं अवैध कट्स को सुधारा जाएगा। वहीं बार बार ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य जांच के बाद ही होगा लाइसेंस का नवीनीकरण
सड़क सुरक्षा के साथ-साथ इमरजेंसी केयर को बेहतर बनाया जाएगा। एनएचएआई के टोल प्लाजा पर स्थापित मेडिकल ऐड पोस्ट को उच्चीकृत किया जाएगा। राजस्व विभाग के आपदा मित्रों एवं पेट्रोल पंप ढाबा कार्मिको, वाहन मैकेनिक को स्वास्थ्य विभाग की ओर से फर्स्ट रिस्पांडर प्रशिक्षण कराया जाएगा। जबकि वाणिज्यिक चालकों के लिए हेल्थ कार्ड भी जारी किए जाएंगे। बिना स्वास्थ्य जांच के ड्राइविंग लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं किया जाएगा।
नियमों का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई
सर्वोच्च न्यायालय की कमेटी की ओर से निर्देशित अभियोग रेड लाइट जंपिंग, ओवरस्पीडिंग, वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग, ओवरलोडिंग, ड्रंकन ड्राइविंग, हेलमेट, सीटबेल्ट, रांग साइड ड्राइविंग में प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।
अवैध ऑटो रिक्शा और ई रिक्शा पर होगी कार्रवाई
स्कूली वाहनों की फिटनेस भी सुनिश्चित की जाएगी। निर्धारित आयु के बाद स्कूली वाहनों के संचालन पर रोक रहेगी। नगरीय क्षेत्रों में ई-रिक्शा, ऑटोरिक्शा, टैक्सी के पंजीकरण का सत्यापन किया जाएगा उनके मार्ग भी निर्धारित किए जाएंगे। अवैध ई-रिक्शा, ऑटोरिक्शा, टैक्सी स्टैंड की पहचान की जाएगी। प्रवर्तन कार्यवाही करते हुए सड़कों से हटाया जाएगा।