
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश में जल्द ही पांच नए कॉरपोरेट अस्पताल खुलेंगे। इसमें दिल्ली, मुंबई सहित अन्य महानगरों में अपनी धाक जमाने वाले एक अस्पतालों ने जमीन खरीद ली है तो दूसरे की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में यहां करीब एक हजार बेड के नए सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल इसी साल शुरू हो जाएंगे। अन्य तीन अस्पतालों के अगले साल शुरू होने की उम्मीद है।
प्रदेश में सुपर स्पेशियलिटी कॉरपोरेट अस्पतालों की संख्या में लगातार बढोत्तरी हो रही है। कोविड से ठीक पहले लखनऊ में दो कॉरपोरेट अस्पतालों ने कदम रखा। इसके बाद यह सिलसिला तेज हो गया है। वैश्विक निवेश सम्मेलन में प्रदेश में कॉरपोरेट अस्पताल खोलने के लिए कई समूहों ने इच्छा जताई है।। इसमें दो समूह ने सभी तैयारी पूरी कर ली है। चेन्नई आधारित कॉरपोरेट अस्पताल ने लखनऊ के जिगनाथपुर में जमीन खरीद ली है। यह समूह यहां छह सौ बेड का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल शुरू करेगा।
शासन को भेजी गई रिपोर्ट में समूह ने बताया है कि पहले चरण में तीन सौ बेड का अस्पताल शुरू किया जाएगा। इससे करीब तीन हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। इसी तरह दूसरे समूह ने भी जमीन की खरीद प्रक्रिया जल्द पूरी होने के संबंध में जानकारी दी है। तीन कॉरपोरेट अस्पतालों ने जमीन को लेकर बातचीत शुरू होने की जानकारी दी है। ये लखनऊ के साथ आगरा, वाराणसी और गोरखपुर में भी संभावनाएं तलाश रहे हैं। इस तरह पांच कॉरपोरेट अस्पतालों के आने के बाद प्रदेश के मरीजों को सुपर स्पेशियलिटी सुविधाओं के लिए दिल्ली, मुंबई की दौड़ नहीं लगानी होगी। साथ ही यहां तैयार होने वाले डॉक्टरों, नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टॉफ को अपने ही प्रदेश में रोजगार मिल सकेगा।
सरकार दे रही है बढ़ावा
प्रदेश सरकार चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के लिए कॉरपोरेट अस्पताल खोलने के लिए सुविधाएं दे रही है। इसके लिए प्रदेश में पॉलिसी जारी की गई है। इसमें तीन विकल्प लिए गए हैं। सरकार जमीन सस्ते दर पर उपलब्ध कराएगी और सुविधाओं के विस्तार में सहयोग करेगी। इसी तरह दो अन्य मॉडल में यह भी सुविधा दी गई हैं कि कॉरपोरेट अस्पताल भविष्य में इन अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग को सौंप देंगे।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
सरकारी एवं निजी क्षेत्र में उच्च गुणवत्तायुक्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। कॉरपोरेट अस्पतालों के आने से उत्तर प्रदेश के साथ ही आसपास के प्रदेशों के मरीजों को भी फायदा मिलेगा। प्रदेश में बड़ी संख्या में नेपाल सहित अन्य देश के मरीज आते हैं। ऐसे में हेल्थ टूरिज्म को बढावा मिलेगा। रोजगार बढ़ेगा। – पार्थ सारथी सेन शर्मा, प्रमुख सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग।