
ओमप्रकाश राजभर
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
नगर निकाय चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के बीच तालमेल की अटकले तेज हो गई हैं। सूत्रों का कहना है कि जुलाई में सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर की भाजपा नेतृत्व की बैठक प्रस्तावित है। राजभर संभावित बैठक को देखते उन विधानसभा सीटों पर मिले मतों का ब्योरा तैयार करा रहे हैं, जिन पर 2022 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को लाख या उसे अधिक मत मिले थे। इससे भाजपा नेतृत्व के साथ होने वाली बैठक में सीटों के मोलभाव में उन्हें आसानी होगी।
दरअसल सपा से गठबंधन टूटने के बाद ही से सुभासपा का भाजपा प्रेम जगगाहिर है। एमएलसी चुनाव में भी सुभासपा का समर्थन भाजपा के पक्ष में माना जा रहा है। इसलिए कयास लगने लगे हैं कि लोकसभा चुनाव में सुभासपा फिर से भाजपा के साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतरेगी। सूत्रों की माने तो दोनों दल समझौते के फार्मूले पर विचार कर रहे हैं। इस संबंध में अगले महीने बैठक प्रस्तावित है। इसी बैठक में सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर भाजपा नेतृत्व के सामने 2022 के विधानसभा चुनाव के प्रदर्शन का लेखा-जोखा रखेंगे और अपनी दावेदारी पेश करेंगे।
इन विधानसभा क्षेत्रों का तैयार किया लेखाजोखा
सुभासपा अध्यक्ष ने 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में 20 सीटों पर 10 हजार से सवा लाख तक मिले मतों का डेटा तैयार कराया है । इनमें मऊ सदर, रसड़ा, जहूराबाद,बेल्थरा रोड, जखनियां, अजगरा, शिवपुर, जफराबाद, महादेवा, सलेमपुर, मिश्रिख, संडीला, धनघटा, रामकोला, खड्डा, शोहरतगढ़, महाराजगंज सदर, मेहनगर, शाहगंज व जलालपुर विधानसभा सीट शामिल है। सुभासपा का मानना है कि इन विधानसभा सीटों की वजह से घोसी, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, मछली शहर, बस्ती, सलेमपुर, मिश्रिख, संतकबीर नगर, कुशीनगर, डुमरियांगज, महराजगंज, आजमगढ़, जौनपुर , अंबेडकर नगर सीट पर सुभासपा के साथ असर पड़ेगा । इसके अलावा लालगंज. वाराणसी, भदोही, गोरखपुर, देवरिया, बांसगांव, गोंडा, श्रावस्ती, बहराइच, कैसरगंज, बाराबंकी, सुत्लानपुर, मिर्जापुर, राबर्टसगंज लोकसभा सीटों पर भी अपना प्रभाव मानती है।