UP News: CM reviews flood preparations, prepare to deal with floods, focus on 40 districts

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।
– फोटो : amar ujala

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सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाढ़ से निपटने की पूरी तैयारी करें। प्रदेश में बाढ़ की दृष्टि से 24 जिले अति संवेदनशील एवं 16 जनपद संवेदनशील श्रेणी में हैं। इन 40 जिलों में खास निगाह रखें और सभी तैयारियों को पुख्ता करें। वह अपने आवास पर आयोजित एक बैठक में शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बाढ़ प्रबन्धन की बैठक कर रहे थे। बैठक में जिलाधिकारी भी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।

सीएम ने कहा कि बाढ़ से निपटने के लिए पिछले 06 वर्षों में किए गए प्रयासों के अच्छे परिणाम मिले हैं। कहा कि बेहतर समन्वय, क्विक एक्शन और बेहतर प्रबंधन से बाढ़ की स्थिति में लोगों की इस बार भी सुरक्षा सुनिश्चित करें। बताया कि वर्ष 2017-18 से अब तक 982 बाढ़ परियोजनाएं पूर्ण की गईं। इसमें 282 परियोजनाएं अकेले वर्ष 2022-23 में पूरी की गई हैं।

वर्तमान में 265 नई परियोजनाओं, 07 ड्रेजिंग संबंधी परियोजनाओं और पूर्व से संचालित 140 परियोजनाओं सहित कुल 412 परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। इन परियोजनाओं का 50 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है। अवशेष कार्य नियत समय के भीतर पूरा करा लिया जाए।

इन जिलों पर निगाह रखें

प्रदेश में बाढ़ की दृष्टि से 24 जनपद अति संवेदनशील एवं 16 जनपद संवेदनशील श्रेणी में हैं। अति संवेदनशील श्रेणी में जनपद महराजगंज, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, गोरखपुर, बस्ती, बहराइच, बिजनौर, सिद्धार्थनगर, गाजीपुर, गोण्डा, बलिया, देवरिया, सीतापुर, बलरामपुर, अयोध्या, मऊ, फर्रुखाबाद, श्रावस्ती, बदायूं, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, संतकबीरनगर, पीलीभीत और बाराबंकी शामिल हैं।

जबकि संवेदनशील श्रेणी में जनपद सहारनपुर, शामली, अलीगढ़, बरेली, हमीरपुर, गौतमबुद्धनगर, रामपुर, प्रयागराज, बुलन्दशहर, मुरादाबाद, हरदोई, वाराणसी, उन्नाव, लखनऊ, शाहजहांपुर और कासगंज सम्मिलित हैं। इन पर विशेष निगाह रखने को कहा गया।

780 बाढ सुरक्षा समिति एक्टिव रहें

सीएम ने कहा कि सभी 780 बाढ़ सुरक्षा समितियां एक्टिव मोड में रहें। डीएम स्वयं तटबंधों का निरीक्षण करें। संबंधित सभी विभाग तालमेल के साथ फील्ड में अपनी सक्रियता बढ़ाएं। भारत सरकार की एजेंसियों की मदद से आकाशीय बिजली के सटीक पूर्वानुमान की प्रणाली विकसित करें। प्रदेश में बाढ़ से सुरक्षा के लिए विभिन्न नदियों पर 3869 किमी लंबे 523 तटबंध निर्मित हैं। 30 जून तक नालों आदि की सफाई का कार्य पूर्ण करा लिया जाए।

विदुरकुटी के पास लाएं गंगा की धारा

सीएम ने कहा कि बिजनौर में विदुरकुटी के निकट पहले में गंगा का प्रवाह था। बदलते समय के साथ यह धारा दूर हो गई है। विदुरकुटी के पास गंगा की जलधारा प्रवाह के लिए परियोजना का प्रस्ताव तैयार करें। यह कार्य स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने में भी सहायक होगा। नदी के किनारे बसे आवासीय इलाकों और खेती की सुरक्षा में नदियों के चैनलाइजेशन उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं। इसके लिए ड्रोन आदि नवीनतम तकनीक का प्रयोग करते हुए समय से कार्ययोजना तैयार करें। जो सिल्ट निकले उसे नियमानुसार नीलाम किया जाए।



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