कानून को लेकर पीडीए को गोलबंद करने की योजना बनाई है। पार्टी ने संसद और उसके बाहर संशोधित वक्फ कानून का विरोध किया है। इसे भाजपा की धार्मिक ध्रुवीकरण की साजिश बताया है। सपा सूत्रों के मुताबिक, इस कानून पर उदार हिंदुओं के बीच भी पार्टी अपनी बात रखेगी, ताकि पीडीए की एकता को मजबूत किया जा सके।
सपा नेतृत्व का मानना है कि धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण ठीक नहीं है। इससे पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों (पीडीए) के हक की लड़ाई कमजोर होती है। सपा नेतृत्व ने सभी जिला व शहर कमेटियों को निर्देश दिए हैं कि यह संदेश घर-घर पहुंचाएं कि अगर पीडीए कमजोर हुआ तो जिस तरह से 69 हजार शिक्षक भर्ती में आरक्षण की अनदेखी हुई, उसी तरह से अन्य भर्तियों में भी ऐसा किया जाएगा। आउटर्सोर्सिंग की नीति भी आरक्षण को खत्म करने के लिए अपनाई जा रही है।
यूपी में बने भूमाफिया के कमिश्नरेट -अखिलेश
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सिर्फ गोरखपुर, अयोध्या, लखनऊ या कानपुर ही नहीं, सच में देखा जाए तो भाजपा राज में पूरे उत्तर प्रदेश में भूमाफिया के कई कमिश्नरेट बन गए हैं। धर्मार्थ भूमि हो या तालाब, इन पर भाजपा संरक्षित भूमाफिया सक्रिय हैं। वहीं, अवैध खनन और जंगलों के कटान में भूमाफिया दिनदहाड़े गैरकानूनी काम कर रहे हैं। भाजपा को भारतीय जमीन पार्टी की संज्ञा देते हुए उन्होंने कहा कि उसके राज में जमीन पर अवैध कब्जों का रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाया जा रहा है।
अखिलेश ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि भाजपा सबसे बड़ी भूमाफिया पार्टी है। जमीनों का भ्रष्टाचार चरम पर है। अयोध्या में भाजपा सरकार ने अधिग्रहीत जमीनों को अपने करीबियों को दे दिया। किसानों और व्यापारियों की काफी जमीनें छीन लीं और उन्हें उचित मुआवजा भी नहीं दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता भाजपा की दबंगई और अराजकता से त्रस्त है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि इस सरकार ने पहले पीडीए का मान-सम्मान छीना फिर नौकरियों में आरक्षण छीना और अब उसकी नजर पीडीए समाज की जमीनों पर है।