UP Weather feeling of heat in winter season strange attitude of weather seen after seven years

गांधी उद्यान में बच्चे व उनके परिजन
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार


पिछले साल मानसून की शुरुआत में इस बार कड़ाके की ठंड का अनुमान था, लेकिन हुआ उल्टा। बरेली में इस बार दिसंबर, जनवरी में सात साल बाद रात का तापमान कम गिरा और पांच साल के बाद दिन में भी ठंड कुछ कम पड़ी। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार प्रशांत महासागर में ला-नीना की सक्रियता कम होने से सारे दावे ध्वस्त हो गए।

Trending Videos

 

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ डॉ. अतुल कुमार के मुताबिक प्रशांत महासागर से उठने वाली हवा से पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता तय होती है और इसी से ठंड का अनुमान लगाया जाता है। महासागर में ला-नीना की सक्रियता इस बार अनुकूल न होने से पूर्वी क्षेत्र और उत्तर भारत में ठंड का असर बीते वर्षों से कम रहा। 

ये भी पढ़ें- UP: ‘घर आ जाओ, कोई नहीं है…’, रात में महिला के पास आया प्रेमी का कॉल, पति को नशे की दीं गोलियां; फिर हुआ ये

सर्दी की शुरुआत में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता कम रही। न बादल मंडराए और न बारिश हुई। पहाड़ों की हवा के बावजूद चटक धूप से तापमान में बढ़त बरकरार रही। पहाड़ों पर बर्फबारी ने कुछ ही दिन ठिठुरन का अहसास कराया।

 

इस बार बरेली में दिसंबर के आखिरी हफ्ते और जनवरी के शुरुआती दो सप्ताह में ही ठंड पड़ी। इसके चलते औसत तापमान सामान्य से ज्यादा रहा। दिसंबर में इस वर्ष औसतन अधिकतम 25.3 डिग्री व न्यूनतम 4.4 डिग्री और जनवरी में अधिकतम 19.5 डिग्री व न्यूनतम 9.2 डिग्री सेल्सियस तक ही तापमान रहा। 



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *