सीबीसीआईडी ने पुडुचेरी में नकली दवा बनाने की फैक्टरी पकड़ी है। वहां करीब 30 करोड़ की दवाएं और मशीनें जब्त की हैं। फैक्टरी में 20 से अधिक नामी कंपनियों के नाम से नकली दवाएं बनाई जा रही थीं। दो दवा माफिया भी गिरफ्त में आए हैं। वहां से ही नकली दवाओं की आगरा में तस्करी हो रही थी। फैक्टरी को सील करते हुए जांच के लिए 20 नमूने लिए गए हैं।

सहायक आयुक्त औषधि अतुल उपाध्याय ने बताया कि सीबीसीआईडी और पुडुचेरी औषधि विभाग की टीम ने पुडुचेरी में नकली दवा बनाने की फैक्टरी पर छापा मारा। गोदाम दवाओं से भरा हुआ था। जांच करने पर 20 से अधिक नामी कंपनियों के नाम की एंटीबायोटिक, एलर्जी, हृदय रोग, मधुमेह रोग, उच्च रक्तचाप समेत अन्य मर्ज की दवाएं मिली हैं।

फैक्टरी में मौके पर दवा माफिया एके राणा और मणिपन्नम पकड़े गए हैं। वहां से आगरा में हे मां मेडिको, बंसल मेडिकल एजेंसी, एमएसवी मेडी पॉइंट, ताज मेडिको और राधे मेडिकल एजेंसी को दवाएं बेची जा रही थीं। इन फर्मों की आगरा में सीज की गईं 71 करोड़ रुपये की दवाओं का वहां मिलीं नकली दवाओं से मिलान हुआ है। इसमें बैच नंबर समेत अन्य सामान है। जब्त दवाओं की कीमत 5 करोड़ रुपये है।

उन्होंने बताया कि सीबीसीआईडी की जांच में पता चला है कि पुडुचेरी से आगरा में नकली दवाएं बेची जाती थीं। यहां से ही दवाओं को प्रदेश के अन्य शहरों और दूसरे राज्यों में खपाया जा रहा था। इसकी जांच करने के लिए लखनऊ स्तर से टीम बनेगी, जो पुडुचेरी में भी जांच करने के लिए जाएगी। वहां से दवाओं के बैच नंबर, निर्माता और क्यूआर कोड समेत अन्य की रिपोर्ट बनाकर लाएगी।

20 करोड़ की मशीन से बनता था होलोग्राम

सहायक आयुक्त ने बताया कि पुडुचेरी में नकली दवा बनाने वाली फैक्टरी में बेहद आधुनिक मशीन मिली है। इसकी कीमत 20 करोड़ रुपये से अधिक है। इसमें नामी कंपनियों का होलोग्राम, दवाओं की पैकिंग और पैकेट की डिजाइन तैयार होती थी। इन पर क्यूआर कोड भी लगा देते थे, जिससे नकली-असली की पहचान करना आसान नहीं था। इसके अलावा पांच करोड़ की अन्य मशीनें व सामान मिला है।

सितंबर में भी पुडुचेरी से पकड़ी थीं नकली दवाएं

सहायक आयुक्त ने बताया कि तीन सितंबर को सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन की टीम ने पुडुचेरी में ही नकली दवा की दो फैक्टरी पकड़ी थी। वहां से करीब दो करोड़ की नकली दवाएं और कच्चा माल बरामद किया था। खाली कैप्सूल, पैकिंग सामान की भी जब्त किया था। हे मां मेडिको, बंसल मेडिकल एजेंसी, एमएसवी मेडी पॉइंट, ताज मेडिको और राधे मेडिकोज को पुडुचेरी की मीनाक्षा फार्मा नकली दवाएं बेचती थी। इसका संचालक एके राजा है। इसके पते पर ये फर्म नहीं मिली थी। एके राजा अभी फरार है।

कंपनियां भी दर्ज कराएंगी प्राथमिकी

सहायक आयुक्त ने बताया कि हे मां मेडिको, बंसल मेडिकल एजेंसी, एमएसवी मेडी पॉइंट, ताज मेडिको और राधे मेडिकोज से लिए गए 24 नमूनों में से 23 पास हो गए हैं। इसकी रिपोर्ट बनाकर संबंधित कंपनियों को भेज दी है। ये दवाएं विभिन्न कंपनी के नाम से बनाई गई हैं। ऐसे में कंपनी को इन मेडिकल फर्म के संचालकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए कहा है। जल्द ही कंपनियां प्राथमिकी दर्ज कराएंगी।

 



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