संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। स्वास्थ्य विभाग ने स्कूलों में डिप्थीरिया से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान चलाने का निर्णय लिया है।
डाॅ. अमित तिवारी ने बताया कि डिप्थीरिया जानलेवा संक्रामक बीमारी है। छींकने व खांसने से यह रोग फैलता है। तंत्रिका तंत्र, गले एवं अन्य अंगों को नुकसान पहुंचाता है, जिसके परिणामस्वरूप दम घुटने से मृत्यु भी हो सकती है। डाॅ हुसैन खान ने बताया कि बीमारी के लक्षण आमतौर पर बच्चों में संक्रमण होने के 02 से 05 दिन बाद दिखाई देते हैं। संक्रमण जब ज्यादा हो जाता है तो टांसिल और गले पर एक मोटी सी सफेद झिल्ली बन जाती है। अन्य लक्षणों में बेचैनी, ठंड लगना, गर्दन में ग्रंथियों में सूजन आना तथा सांस लेने व निगलने में कठिनाई होना है। पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट डाॅ सौरभ सक्सेना ने बताया कि वैक्सीनेशन से बच्चों को डिप्थीरिया से बचाया जा सकता है। एक साल की उम्र तक के बच्चे को तीन टीके लगते हैं। इसके बाद एक साल छह माह बाद चौथा टीका तथा 5 वर्ष की उम्र के बाद पांचवां टीका लगाया जाता है।
राज्य स्तर से ब्लॉक जखौरा को हाईरिस्क में चिन्हित किया गया है। इसके समस्त विद्यालयों में वैक्सीन की एक अतिरिक्त खुराक दिए जाने के निर्देश हैं। कक्षा एक (05 वर्ष आयु के बच्चे को) डीपीटी-2 बूस्टर की खुराक, कक्षा पांच (10 वर्ष आयु के बच्चे को) टीडी-10 की खुराक और कक्षा 10 (16 वर्ष आयु के बच्चे को) टीडी-16 की अतिरिक्त खुराक दी जानी है। प्रभारी सीएमओ ने बताया कि जखौरा ब्लॉक में स्कूल आधारित टीडी/डीपीटी टीकाकरण अभियान 26, 27 एवं 30 सितंबर एवं 01, 03 एवं 04 अक्तूबर को चलाया जाना है।