
रोपवे की ट्रॉली
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देश के पहले पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे के केबिन कार की डिजाइन यूरोपियन होगी। इसकी खिड़कियां खास हैं। सूर्य की किरणें केबिन के अंदर प्रभाव नहीं डाल पाएंगी। तापमान नियंत्रित रहेगा। वेंटिलेशन भी रहेगा। इसे दिव्यांगजनों के अनुकूल बनाया गया है। दिव्यांगजन व्हीलचेयर के साथ ही केबिन में बैठक सकेंगे।
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काशी विद्यापीठ के पास रोपवे के लिए निर्माण कार्य शुरू हो गया है। जल्द ही रथयात्रा, कैंट, गोदौलिया में भी काम शुरू होगा। कार्यदायी संस्था नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड की प्रोजेक्ट डायरेक्टर पूजा मिश्रा ने बताया कि एक केबिन कार में दस पैसेंजर बैठ सकते हैं। रोप-वे निर्माण के बाद कैंट रेलवे स्टेशन से आने वाले यात्रियों के लिए काशी विश्वनाथ धाम और दशाश्वमेध घाट जाना आसान हो जाएगा।दशाश्वमेध घाट पर ही गंगा आरती होती है। जाम से भी राहत मिलेगा। इसका फायदा विदेशी पर्यटकों को भी मिलेगा।