सूर्योपासना के महापर्व छठ पूजा को लेकर देश ही नहीं विदेश में रहने वाले लोगों के मन भी उतनी ही आस्था और श्रद्धा है, जितनी भारत में। इसका एक उदाहरण सीतापुर जिले में देखने को मिला। यहां के महमूदाबाद क्षेत्र की रहने वाली वासव दत्ता वर्तमान में कनाडा में रहती हैं। छठ पर्व मनाने वह कनाडा से अपने घर लौटी हैं।
मंगलवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही उनका व्रत पूर्ण हुआ। इस मौके पर वासव दत्ता ने बताया कि वह कनाडा में रहती हैं। छठ पर्व मनाने घर आई हैं। उन्होंने व्रती महिलाओं के साथ श्री संकटा देवी मंदिर में छठ पूजन किया।
उन्होंने बताया कि कनाडा के तोरंडो में छठ पूजा होती है। वहां लोगों के घरों में बने स्विमिंग पूल या नदी में परमिशन लेकर भारतीय लोग सूर्यास्त व सूर्योदय की पूजा कर लेते हैं। लेकिन, अपनी सरजमीं में छठ पूजा मनाने का अलग ही आनंद है।
मौसम खराब होने के बावजूद घाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। लोगों ने सूर्य देव को अर्घ्य देकर पूजन किया। हमने भी छठ माता की पूजा की। तीन दिन से पूजा की तैयारी चल रही थी। इसका आज समापन हो गया।
बताते चलें कि महमूदाबाद के श्री संकटा देवी मंदिर घाट, मंशा देवी मंदिर घाट, चौका घाट, सुमाली व घाघरा नदी के तटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। व्रती महिलाओं ने वेदी पर छठ माता की अच्छत, पुष्प, रोली, मिष्ठान, द्रव्य और फल चढ़ाकर पूजन किया। सूर्योदय के समय सूप में पूजन सामग्री, फल आदि लेकर महिलाएं पोखरे में पानी में खड़ी हुईं और भगवान सूर्य की आराधना की।
