
ग्यारहवीं शताब्दी के बाद महिलाओं के अधिकार का पतन हुआ। शास्त्रार्थ करने वाली बुद्धिजीवी महिलाओं की जगह पर्दे और बाल विवाह जैसी कुरीतियां आ गईं। अब समय बदला है। महिलाएं फाइटर प्लेन उड़ाने के साथ घर भी संभाल रही हैं, उन पर ज्यादा जिम्मेदारी है। पुरुष इन जिम्मेदारियों को बांटकर सहयोग करें। अपने बेटों को परिवार की जिम्मेदारी बांटने की सीख भी दें। ये बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल ने कही। संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल खंदारी स्थित शिवाजी मंडपम में रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने ‘परिवार व्यवस्था का मेरूदंड-भारतीय नारी’ विषय पर हुई संगोष्ठी का उद्घाटन पद्मश्री लोकगायिका मालिनी अवस्थी, कुलपति प्रो. आशु रानी और विभाग संघ संचालक राजन चौधरी के साथ मिलकर किया।