विधानसभा में विजन डाक्यूमेंट 2047 पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों में आरोप- प्रत्यारोप का दौर चला। सत्ता पक्ष उपलब्धियां गिनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करता रहा तो विपक्ष के विधायक सवाल खड़े करते रहे। बीच- बीच में कई बार नोंकझोंक भी हुई। कभी तथ्यों को लेकर तो कभी समय सीमा को लेकर तीखी बहस हुई।
विजन डाक्यूमेंट पर चर्चा के दौरान प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि 2047 तक हर जिले में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस पहुचाया जाएगा तो हर घर में तकनीकी शिक्षा पहुंचेगी। एआई और मेटा जैसी तकनीक से हर व्यक्ति को वाकिफ कराने का प्रयास किया जा रहा है। सभी विश्वविद्यालयों में तकनीकी सेल स्थापित होगा। तकनीक के जरिए औद्योगिक और हरित ऊर्जा से हर व्यक्ति को जोड़ा जाएगा। महिला एवं बाल विकास मंत्री बेबीरानी मौर्य ने विभाग की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि महिलाओं को हर स्तर पर स्वावलंबी बनाया जाएगा। पूर्व मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि 2017 का विजन से महाकुंभ संपन्न हुआ। राम मंदिर और काशी कारीडोर बना। अब नई तकनीक के जरिए औद्योगिक कारीडोर बनाने की तैयारी है।
विधायक पंकज सिंह ने कहा कि विजन 2047 के जरिए नई इनोवेशन पॉलिसी लाई जाएगी। वन डिस्ट्रिक वन हब बनाए जाने, हर जिले में ग्रीन कवर टॉरगेट तैयार करने का प्रयास किया जाना चाहिए। इसी तरह विधायक धीरेंद्र सिंह, बंबालाल, राजीव गुम्बर, भूपेश चौबे, नीलिमा कटियार, अशरफ अली, संजय कुमार शर्मा आदि ने भी भाजपा शासनकाल में हो रहे कार्यों की तारीफ करते हुए विकसित भारत के लिए विजन 2047 को अहम बताया। विपक्ष के विधायकों में इकबाल महमूद ने कहा कि मजार पर बुल्डोजर चलाया जा रहा है। फतेहपुर, संभल में नफरत फैलाई जा रही है। नफरत खत्म करेंगे तभी देश व प्रदेश तरक्की करेगा। इसी तरह विधायक अमिताभ वाजपेयी ने कहा कि पहले पुराने वादे पूरे किए जाएं। फिर नए की बात होनी चाहिए।
मंत्री कार्यालय से फोन के बाद भी भर्ती नहीं हुआ मरीज
विधायक दुर्गा प्रसाद यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने एक भी वादा पूरा नहीं किया है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में अव्यवस्था का आरोप लगाया। कहा कि उनके परिचिति मरीज के लिए उप मुख्यमंत्री कार्यालय से फोन किया गया। इसके बाद भी एसजीपीजीआई और केजीएमयू में मरीज भर्ती नहीं हुआ। उसे बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।