श्रावस्ती। तराई में मौसम की बेरुखी लोगों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है। एक तरफ जहां लोग उल्टी-दस्त का प्रकोप झेल रहे हैं। वहीं त्वचा संबंधी बीमारियां भी पैर पसारने लगी हैं। संयुक्त जिला चिकित्सालय भिनगा में संक्रामक रोगों के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
जिले में उल्टी-दस्त से पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सोमवार को संयुक्त जिला चिकित्सालय भिनगा में 11 नए मरीज भर्ती हुए। इसमें चैलाही निवासी हंशरानी (50), किशुनपुर निवासी जग्गी (52), गोड़धोई निवासी सीताराम (55), शंकरपुर तराई के प्रभु वर्मा (18), शाहपुर कठौतिया के पवन कुमार (17), पिपरहवा के रक्षाराम (40), सुरजापुर के शोभित (10), नित्यांशी (12) व नीतू (15) व परसिया गोसाईं की महक (4) को उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया।
फंगल इंफेक्शन व दाद-खुजली के मरीज बढ़े
वहीं मदरहवा निवासी अकबर अली (35) को वायरल फीवर से अस्पताल में भर्ती किया गया। उल्टी-दस्त का प्रकोप अभी थमा भी नहीं है कि त्वचा रोग के मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी हैं। सोमवार को संयुक्त जिला चिकित्सालय में इलाज कराने आए 695 मरीजों में से 105 मरीज त्वचा रोग से पीड़ित थे। इनमें पिपरहवा की सलोनी व तिलकपुर की रामप्यारी दाद से पीड़ित थी जबकि रजगढ़वा के भगौती प्रसाद के शरीर पर दाने निकले हैं। वहीं हरिहरपुररानी की शालू फुंसियों से पीड़ित हैं। इसी तरह से कई अन्य मरीज भी अस्पताल आए जो त्वचा रोग से ग्रसित थे।
चिकित्सक डाॅ. दीपांकर तिवारी ने मरीजों को सफाई अपनाने, प्रतिदिन स्नान करने व हल्के सूती कपड़े पहनने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि अन्य दिनों की अपेक्षा इस समय त्वचा रोग के मरीज बढ़े हैं। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए।