रायबरेली।
घर की आर्थिक स्थिति सही करने के लिए मुंबई गए। सोचा कमाकर परिवार को खुशियों की सौगात देंगे। मेहनत रंग लाएगी और इस दीपावली समृद्धि से दामन भर जाएगा। पुणे गए जिले के चार युवाओं का सपना साकार होता उससे पहले ही फैक्ट्री में कार्य के दौरान हादसे में सभी की जान चली गई। खुशियों के स्वागत के इंतजार में बैठे परिवार के पास मौत का मनहूस पैगाम आया। घटना से पूरा जिला स्तब्ध है। विकास की मौत से भाई आदित्य बदहवास है।
वहीं, बाकी युवाओं के परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल है। जिला प्रशासन ने भी हादसे के संबंध में पुणे प्रशासन से संपर्क साधा है। पुणे के येवलेवाडी में कांच फैक्टरी में रायबरेली के चार श्रमिकों की मौत की खबर से ऊंचाहार के कंदरावां, छतौना मरियानी और सलोन के पकसवा निवासी सन्न हैं। महाराष्ट्र के पुणे स्थित कटराज क्षेत्र के येवलेवाडी में रविवार दोपहर कांच फैक्टरी में कांच की शीट उतारने का काम चल रहा था। ट्रक में कांच की शीट बंधी थी।
इस दौरान रायबरेली के ऊंचाहार क्षेत्र के कंदरावां निवासी अमित कुमार, छतौना मरियानी निवासी विकास कुमार, सलोन के पकसरावा निवासी धर्मेंद्र और पकसरावा के पवन काम में जुट गए। कांच की शीट का वजन करीब ढाई टन था। इस दौरान बेल्ट खोलते ही कांच की शीट खिसक गईं और वह चारों पर गिर गई, जिससे सभी दब गए। जब तक उन्हें नीचे से निकाला जाता तब तक उनकी सांसें थम गई थीं।
हादसे में पांच अन्य श्रमिकों को गंभीर हालत में पुणे के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना ने अमित, विकास, धर्मेंद्र और रामचंद्र के परिवारों को झकझोर कर रख दिया है। विकास का भाई आदित्य भी उसके साथ फैक्टरी में काम करता है, लेकिन दोपहर को उसकी ड्यूटी नहीं थी। वह कमरे में सो रहा था।
साथी मजदूरों ने जब आदित्य को घटना की जानकारी दी तो वह बदहवास हो गया। उसने घटना की जानकारी गांव में मौजूद मां राजरानी को दी तो वह बेहोश हो गई। घर पर मौजूद विकास के मझले भाई रंजीत ने किसी तरह से उन्हें संभाला।
विकास अपने बड़े भाई आदित्य के साथ घर की आर्थिक स्थिति ठीक करने के लिए मुंबई कमाने निकाला था। इसी तरह अमित, धर्मेंद्र और पवन भी पुणे में कांच की फैक्टरी में परिवार की खुशियों के लिए काम कर रहे थे। क्या पता था कि दबे पांव मौत उनको लील जाएगी। हादसे के बाद पुणे का अग्निशमन विभाग राहत व बचाव कार्य में जुट गया।
पुणे के कोंढवा स्टेशन अधिकारी समीर शेख ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही बचाव दल मौके पर पहुंचा। पांच श्रमिकों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। ऊंचाहार के कंदरावां ग्राम प्रधान पवन सिंह व छतौना मरियानी प्रधान अंकित कुमार ने बताया कि सोमवार को शव आएंगे।