Wheat affected by weevil in Aligarh

गेहूं से घुन को अलग करती महिला
– फोटो : संवाद

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सिस्टम की लापरवाही से हजारों घरों तक घुन लगा गेहूं पहुंच गया है। हालांकि प्रशासन ने इस खराब गेहूं के वितरण पर रोक लगा दी है लेकिन जहां पहुंच गया है वहां लोग गेहूं को धोकर पिसवा रहे हैं। 16 फरवरी को जब अमर उजाला की टीम ने नौरंगाबाद और पक्की सराय इलाके में जाकर देखा तो अधिकांश घरों में यही स्थिति थी। लोगों का कहना था कि अगर किसी को राशन की दुकान से दस किलो गेहूं मिला था तो वह धोने के बाद 8 किलो ही रह गया है। गेहूं को बाल्टी में डालते ही कीड़े तैरने लगे थे।

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शहर में पांच से दस फरवरी के बीच राशन की दुकानों से गेहूं का वितरण किया गया था। गेहूं में घुन था। कीड़े नजर आ रहे थे। हल्ला मचा तो प्रशासन ने तत्काल इस गेहूं के वितरण पर रोक लगा दी। एक कमेटी भी गठित की गई। कमेटी ने एफसीआई के कासिमपुर में स्थित फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के गोदाम पर जाकर जांच की। 

यहां पांच हजार मीट्रिक टन गेहूं ऐसा मिंला जिसमें कीड़े पड़ गए थे। राशन की दुकानों पर भी इसी गोदाम से गेहूं भेजा गया था। यह गेहूं हरियाणा और पंजाब से आया था। कार्ड धारकों को जो गेहूं दिया गया है वह बिना साफ किए पिसवाया नहीं जा सकता। पक्की सराय में तो कई परिवार ऐसे मिले जिन्हें दस दस किलो गेहूं मिला था लेकिन जब धोकर गेहूं सुखाया गया तो आठ किलो ही रह गया था।



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