
सिविल अस्पताल में भर्ती डेंगू के मरीज।
– फोटो : amar ujala
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राजधानी लखनऊ में डेंगू अब जानलेवा हो गया है। पीड़ित महिला ने मंगलवार सुबह निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस साल डेंगू से यह पहली मौत है। महिला की डेंगू के कार्ड टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव थी। उधर, स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि इलाज संबंधी रिकॉर्ड की जांच में पता चला है कि महिला कई बीमारियों से ग्रस्त थी। मल्टी ऑर्गन फेल्योर से जान गई है।
फैजुल्लागंज के प्रीतिनगर निवासी राजमिस्त्री शिवशंकर की पत्नी सामंती देवी (57) को हफ्तेभर से बुखार आ रहा था। नजदीकी क्लीनिक से दवा लेने पर राहत नहीं मिली। हालत बिगड़ी तो परिजनों ने उन्हें ताड़ीखाना के होपवेल हॉस्पिटल में भर्ती कराया। यहां डेंगू के कार्ड टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। सामंती दो दिन तक भर्ती रहीं। इसके बाद हालत खराब होने पर उन्हें दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया गया।
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22 सितंबर को उन्हें चंदन हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। यहां इलाज के दौरान मंगलवार सुबह सामंती देवी की मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि महिला बेहद गंभीर हालत में आई थी। डेंगू के कार्ड टेस्ट में पॉजिटिव होने के साथ वह शॉक सिड्रोम से पीड़ित थी।
निजी अस्पताल पर लापरवाही का आरोप
तीमारदारों ने होपवेल हॉस्पिटल प्रशासन पर इलाज में कोताही का आरोप लगाया है। इनका कहना है कि कार्ड टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद डेंगू का इलाज शुरू कर दिया गया, लेकिन एलाइजा जांच नहीं कराई गई। दो दिन में हजारों रुपये वसूल लिए। इसके बाद जब मरीज की हालत बिगड़ गई तो दूसरे संस्थान रेफर कर दिया गया। परिजनों ने सीएमओ से लिखित शिकायत करने की बात कही है। सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल के मुताबिक महिला की डेंगू के कार्ड टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव थी। वह सांस लेने में तकलीफ सहित कई बीमारियों से ग्रस्त थी। मौत की वजह मल्टी आर्गन फेल होना बताया गया है।
डेंगू से बचाव के उपाय
1. घर के आसपास या अंदर पानी न जमा होने दें। गमलों, रखे टायर में पानी न जमा होने दें।
2. कूलर में पानी है तो उसमें थोड़ा सा मिट्टी का तेल डालकर रखें। इससे लार्वा पनपने की आशंका कम हो जाती है।
3. पानी की टंकियों को ढककर रखें।
4. पूरी आस्तीन और पैरों को ढकने वाले कपड़े पहनें। बच्चों को मच्छर से बचाने वाली क्रीम लगाकर ही बाहर भेजें।
डेंगू होने पर ऐसा करें
– ज्यादा से ज्यादा पानी व अन्य तरल पदार्थ लें।
– हल्का और सादा खाना खाएं।
– डॉक्टर की सलाह के बगैर दवाएं न लें।