HIV infected people get married

शादी
– फोटो : अमर उजाला

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लाइलाज बीमारी का दंश, टूटती उम्मीदों और हताशा में घिरे में एचआईवी संक्रमितों को हाथरस जिला अस्पताल में एकीकृत परामर्श एवं जांच केंद्र(आईसीटीसी) नई राह दिखा रहा है। ऐसे ही चार संक्रमित जोड़ों को विवाह कराकर घर बसाया है।

  

1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जा रहा है। आज इस बीमारी के प्रति भ्रांतियां ज्यादा हैं, जिनका निवारण जिला अस्पताल में एकीकृत परामर्श एवं जांच केंद्र(आईसीटीसी) पर किया जा रहा है। यहां कार्यरत दिलीप शर्मा बताते हैं कि यहां आने वाले मरीज विवाह का प्रस्ताव रखते हैं। जोड़ा मिलने पर शादी हो जाती है। अब तक चार जोड़ों की शादी हो चुकी है। कुछ लोगों ने अभी भी शादी के लिए आवेदन किया है। इस काम में कुछ सामाजिक संस्था भी मदद करती हैं।

क्या है एड्स 

एड्स एक गंभीर बीमारी है। यह एचआईवी वायरस के कारण होती है। यह वायरस रोग-प्रतिरोधक क्षमता को नुकसान पहुंचाता है और संक्रमण से लड़ने की क्षमता कमजोर हो जाती है। एड्स एचआईवी संक्रमण का अंतिम चरण है। एचआईवी पॉजिटिव होने का मतलब यह कतई नहीं है कि मरीज को एड्स है, जबकि एड्स होने का मलब है कि मरीज एचआईवी पॉजिटिव है। 

गर्भवती महिलाओं का एचआईवी जांच जरूरी

गभवर्ती महिलओं की एचाईवी की जांच अवश्य करानी चाहिए। गर्भवती महिला में एचआईवी संक्रमण फैलने की आशंका अधिक होती है। इस दौरान महिलाओं को विशेष ध्यान रखना चाहिए।

मां के एचआईवी पॉजिटिव होने के बावजूद बच्चा हो सकता हैं नेगेटिव

अगर मां एचआईवी पॉजिटिव है तो जरूरी नहीं है कि जन्म लेने वाला बच्चा भी एचआईवी पॉजिटिव निकले। कई मामलों में ऐसा हुआ है कि मां के पॉजिटव होने के बावजूद जन्म लेने वाला बच्चा नेगिटिव पाया गया। 

एचआईवी के लक्षण

बुखार, ठंड लगना, गले में खरास, दर्द, रात में पसीना आना, शरीर पर चकते बनना, थकान, जोड़ों में दर्द आदि। 

एड्स के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता है। जिला अस्पताल में एकीकृत परामर्श एवं जांच केंद्र में एचआईवी के मरीजों की काउंसलिंग की जाती है। एचआइवी पॉजिटिव मरीजों की आपसी सहमति के आधार पर इनकी शादी कराई जाती है। – डॉ. सूर्य प्रकाश, सीएमएस, बागला जिला अस्पताल।



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