क्रिकेट विश्वकप 2017 की उपविजेता टीम की सदस्य रहीं आगरा की ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने अमर उजाला कार्यालय में बातचीत के दौरान कहा था कि वर्ल्ड कप सपना नहीं, हक लगता है। उस समय कही गई यह बात महज एक भावना थी, लेकिन 2025 में उन्होंने अपने प्रदर्शन, जज्बे और विश्वास के साथ उस हक को सच में हासिल कर लिया। आगरा की इस बेटी ने साबित कर दिया कि सपने जब भरोसे में बदल जाएं, तो उसे इतिहास बनाने से कोई नहीं रोक सकता।

अमर उजाला कार्यालय पहुंचीं दीप्ति ने कहा था कि वर्ल्डकप की यात्रा शुरू होते समय फाइनल तक पहुंचना सपने जैसा लग रहा था, लेकिन देशभर से मिला सम्मान, प्यार और प्रोत्साहन ने इसे बदल दिया। दीप्ति ने कहा था कि इस विश्वकप ने भारतीय महिला क्रिकेट की पहचान बदल दी है। टीम इंडिया को देशभर से जिस प्रकार समर्थन मिला, उसने खिलाड़ियों का मनोबल कई गुना बढ़ा दिया। यदि ऐसा ही उत्साह और सहयोग आगे भी मिलता रहा तो आने वाले वर्ष में भारत खिताब जीत सकता है। आखिर वही हुआ और भारत की महिला क्रिकेट टीम विश्व विजेता बन गई।

 



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