World Radio Day 2025 era when license had to be taken for radio now appreciation is increasing again

रेडियो
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार


महबूब यानी रेडियो वही है…बस वक्त के बदलाव के साथ कद्रदानों की मोहब्बत का अंदाज बदल गया है। रेडियो अब अलमारी से जेब में उतर आया है। अपनी पसंद को सुनना पहले से ज्यादा सहूलियत भरा है। इसी से लोग सुन भी रहे हैं। शहर में एफएम स्टेशनों में इजाफे के साथ सुनने वालों की तादाद भी बढ़ रही है।

Trending Videos

रेडियो खास होता जा रहा है। यह अब एफएम रेडियो और ई-रेडियो है। ऑल इंडिया रेडियो सुनना हाे या एफएम का कोई भी चैनल, मोबाइल में सब मौजूद है। गायक कलाकारों के नाम से भी चैनल मुहैया हैं। शहर में आप की आवाज, आगरा की आवाज, ब्रजवाणी के बाद से सुनने वालों को नया अनुभव मिला। यह एफएम चैनलों के विस्तार के बाद से कायम है। अब कार्यक्रम ज्यादा हैं और प्रस्तुति बेहतर तो लोग रेडियो को वक्त भी ज्यादा दे रहे हैं।

 



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *