आगरा। आर्मी एयरबोर्न ट्रेनिंग स्कूल आगरा में पीटीएस एयरफोर्स स्टेशन पर आयोजित पैरा बैसिक कोर्स में आल इंडिया कैडेट्स ने पैराट्रपिंग की ट्रेनिंग पूरी की। इनमें आगरा कॉलेज, आगरा आर्मी विंग की अंडर आफिसर यामिनी चाहर शामिल हुई। एयरबोर्न ट्रेनिंग एनसीसी की सबसे चुनौतीपूर्ण एडवेंचर्स ट्रेनिंग में शामिल है। इसके फाइनल जंप में कैडेट्स ने 1250 फीट ऊंचाई पर एयरफोर्स के ट्विन इंजन ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट एएन-32 से पैराशूट जंप किया। इसकी सामान्य उड़ान गति 470 किमी प्रतिघंटा होती है। इस कोर्स के लिए देशभर से 30 युवक और 30 युवतियों का चयन हुआ।

कंपनी कमांडर कैप्टन अमित अग्रवाल ने बताया की 3 से 25 नवंबर तक चले प्रशिक्षण के दौरान कैडेट्स को 12 दिन पीटीएस एयरफोर्स स्टेशन में ग्राउंड ट्रेनिंग दी गई। इसके बाद 30 मीटर से हानेंस जंपिंग करवाई गई। पॉजीशन, फियर, एक्जिट, लैंडिंग रोल और जंप चेक किया। इस दौरान 10-10 कैडेट्स के ग्रुप बनाए और क्रॉफ्ट में बैठने की ट्रेनिंग दी गई। फाइनल जंप 1250 फीट के लिए भेजा गया। इनमें से फाइनल के लिए 2-2 बेस्ट कैडेट्स चुने गए। फाइनल जंप के बाद बेस्ट पैराट्रपर टेस्ट के दौरान रैंप और रिंग से लैंडिंग जैसे टेस्ट हुए। इसमें फिजीकली फिट होना जरूरी होता है। इसके लिए पुशअप, पुलअप, सिटअप, स्कॉट जंप के साथ रनिंग होती है। गर्ल्स कैडेट को 1 किमी की दौड़ 4 मिनट में पूरी करनी थी।

उन्होंने बताया कि जंप के दौरान 25 किलोग्राम से अधिक वजन लेकर चलना होता है, जिसमें एक मुख्य पैराशूट-13.5 किलो, इमरजेंसी पैराशूट-6.5 किलो और हेलमेट होता है। इसे पहनकर रोजाना करीब 1.5 किमी चलना पड़ता है। साथ ही पैशन स्किल भी डवलप हुई। सुबह से दोपहर तक बेस पर बैठकर प्रतीक्षा करना होता था, क्योंकि कभी भी आपकी टीम का टर्न अनाउंस किया जा सकता है। फाइनल जंप 25 नवंबर को मलपुरा ड्रॉपिंग जोन में 1250 फीट की ऊंचाई से लगाई गई। यामिनी चाहर की इस उपलब्धि पर आगरा कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सीके गौतम, एनएस चारग, कर्नल अंकुर सुहाग, लवकुश, मनोज जुरेल, सार्जेंट प्रिया चाहर, अरुण, हिमांशु आदि ने बधाई दी है।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अभी अभी की खबरें