मथुरा के बलदेव थाना क्षेत्र में मंगलवार तड़के यमुना एक्सप्रेस वे पर हुए भीषण हादसे के बाद सुरक्षा के लिए यमुना एक्सप्रेस वे के खंदौली टोल प्लाजा पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। सुबह तकरीबन चार बजे से टोल प्लाजा बंद करने के कारण टोल पर वाहनों का जाम लग गया। इंटरचेंज तक तीन किलोमीटर लंबा जाम लग गया। हालात ऐसे बने कि हजारों वाहन चालक करीब छह घंटे तक जाम में फंस गए। सुबह दस बजे के बाद धीरे-धीरे वाहनों को निकाला जा सका।
आगरा से ग्रेटर नोएडा तक 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेस वे पर हर दिन 18 से 20 हजार वाहन निकलते हैं। मंगलवार को हादसे की जानकारी खंदाैली टोल पर आई तो रास्ता बंद कर दिया गया। तड़के का समय होने की वजह से वाहनों की संख्या कम थी। मगर सुबह 6 बजे के बाद संख्या अधिक होने लगी। इससे मथुरा, दिल्ली जाने वाले लोग बुरी तरह से फंस गए।
टोल पर लोगों के पूछने पर कर्मचारी हादसे की जानकारी दे रहे थे। लेकिन यह नहीं बताया गया कि कितनी देर में रास्ता खुलेगा। कुछ ही देर में वाहनों की लाइन तीन किलोमीटर दूर इंटरचेंज तक पहुंच गई। कोहरे के बीच लोग सड़क पर ही खड़े हो गए। लोगों को पीने के पानी और चाय पीने के लिए भी समस्या का सामना करना पड़ा।
मथुरा निवासी मनोज कुमार ने बताया कि छह घंटे तक वाहन आगे नहीं बढ़े। ठंड और कोहरे के बीच न फॉग लाइट दिखाई दी और न ही प्रशासन की ओर से कोई मदद समय पर पहुंची। चाय और पानी भी नहीं मिला। आगरा निवासी विशाल गोयल ने बताया कि परिवार के साथ सफर कर रहे हैं। घंटों से जाम में फंसे हैं। हादसे के बाद टोल पर वाहन रोक दिए गए, लेकिन मौके पर ट्रैफिक प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था नाकाफी रही है। किरावली निवासी विनोद अग्रवाल ने बताया कि जाम में सड़क किनारे बैठने को मजबूर हो गए। चाय और पानी के कोई इंतजाम नहीं थे। कैंटीन भी काफी दूर होने के कारण नहीं जा सके।
